Resettlement and Rehabilitation of People
Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Environmental Science
Resettlement and Rehabilitation – Complete Guide in Hindi
Table of Contents
Resettlement and Rehabilitation of People in Hindi
Introduction
जब किसी व्यक्ति या समुदाय को उनके मूल निवास स्थान से किसी कारणवश हटाया जाता है—जैसे कि Dam Construction, Mining Projects, Highways या कोई Industrial Development—तो उन्हें एक नए स्थान पर बसाना पड़ता है। इस प्रक्रिया को ही Resettlement (पुनर्वास) और Rehabilitation (पुनर्स्थापन) कहा जाता है।
Resettlement का अर्थ होता है किसी व्यक्ति या समूह को एक स्थान से हटाकर दूसरे स्थान पर बसाना। जबकि Rehabilitation का मतलब है कि उन्हें उनके जीवनयापन के पुराने स्तर तक पहुँचाने की कोशिश करना—जैसे कि मकान, रोजगार, सामाजिक व्यवस्था, आदि देना।
Need and Importance of Resettlement and Rehabilitation in Hindi
- देश में जब भी कोई बड़ा Infrastructure Project शुरू होता है, तो हजारों लोग प्रभावित होते हैं। उन्हें उनके घर, खेत और रोजगार से हटना पड़ता है।
- ऐसे लोगों को अगर ठीक से Resettlement नहीं मिला, तो वो गरीबी, बेरोजगारी और मानसिक तनाव का शिकार हो सकते हैं।
- Rehabilitation जरूरी होता है ताकि विस्थापित व्यक्ति की जिंदगी दोबारा सामान्य हो सके और वो समाज में सम्मान के साथ जी सके।
- यह Process समाज में सामाजिक न्याय (Social Justice) को मजबूत बनाता है और सरकार की जिम्मेदारी को पूरा करता है।
- इसके माध्यम से Environmental Balance और Human Rights दोनों का ध्यान रखा जा सकता है।
Problems Faced during Resettlement and Rehabilitation in Hindi
- भूमि और आवास की कमी: नए स्थान पर पर्याप्त भूमि और रहने योग्य घर देना एक बड़ी चुनौती होती है।
- रोजगार का नुकसान: कई लोगों की आजीविका उनके मूल स्थान से जुड़ी होती है, जैसे – खेती या स्थानीय व्यापार। नया स्थान उनकी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाता।
- सांस्कृतिक और सामाजिक संबंध टूटना: पुरानी जगह से हटने पर उनके सामाजिक नेटवर्क, मित्र, रिश्तेदार, और सांस्कृतिक पहचान टूट जाती है।
- शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी: नया स्थान अक्सर दूरदराज़ होता है जहाँ मूलभूत सेवाएँ नहीं होतीं।
- Psychological Trauma: अपने घर से उजड़ने का मानसिक प्रभाव होता है जिससे बच्चों और महिलाओं को विशेष रूप से अधिक नुकसान होता है।
- न्यायिक प्रक्रियाएँ जटिल होना: मुआवज़ा मिलने में देरी और कोर्ट-कचहरी के मामलों में न्याय मिलने में कई साल लग जाते हैं।
Government Policies and Measures for Rehabilitation in Hindi
सरकार ने कई नीति और कार्यक्रम लागू किए हैं ताकि Resettlement और Rehabilitation की प्रक्रिया को सरल, न्यायसंगत और प्रभावी बनाया जा सके। नीचे कुछ प्रमुख सरकारी नीतियाँ दी गई हैं:
| Policy/Act | Year | Objective |
|---|---|---|
| The Land Acquisition Act | 1894 (now replaced) | भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के लिए था, लेकिन इससे विस्थापित लोगों को उचित मुआवज़ा नहीं मिल पाता था। |
| Right to Fair Compensation and Transparency in Land Acquisition, Rehabilitation and Resettlement Act | 2013 | सभी प्रभावितों को न्यायसंगत मुआवज़ा और पुनर्वास देने की नीति बनाई गई। |
| National Rehabilitation and Resettlement Policy | 2007 | Rehabilitation के लिए एक राष्ट्रव्यापी Guideline लागू की गई। |
- इस नीति के तहत, ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में प्रभावितों को वैकल्पिक घर, आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण, और स्वास्थ्य/शिक्षा सुविधाएँ दी जाती हैं।
- Scheduled Tribes और अन्य कमजोर वर्गों को विशेष सहायता दी जाती है।
- महिलाओं को भूमि अधिकार और स्वरोजगार का अवसर दिया जाता है।
- Public Hearing और Social Impact Assessment अनिवार्य किया गया है जिससे प्रभावित लोग अपनी बात रख सकें।
Case Studies on Resettlement and Rehabilitation in Hindi
Narmada Dam Project (Sardar Sarovar Project)
- यह भारत का सबसे चर्चित और विवादास्पद Resettlement Case रहा है।
- इस Project से 3 राज्यों—गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के लाखों लोग प्रभावित हुए।
- मूल रूप से आदिवासी और किसान वर्ग को विस्थापित किया गया।
- इस आंदोलन को Narmada Bachao Andolan ने राष्ट्रीय स्तर पर उठाया और मानवाधिकार, पर्यावरण और पुनर्वास की मांग की।
- सरकार ने बाद में कई Rehabilitation Villages बनाए लेकिन फिर भी कई प्रभावित लोग आज भी Proper Rehabilitation की मांग कर रहे हैं।
POSCO Steel Plant Project (Odisha)
- South Korea की कंपनी POSCO द्वारा Odisha में Steel Plant लगाने की योजना थी।
- लगभग 4000 हेक्टेयर ज़मीन ली गई और 20 से ज़्यादा गाँव प्रभावित हुए।
- स्थानीय लोग Forest Rights Act और Livelihood की हानि के विरोध में प्रदर्शन करते रहे।
- इस Project को भारी विरोध के कारण बाद में रोक दिया गया।
Delhi Metro Project
- Delhi Metro निर्माण के दौरान हजारों झुग्गी झोपड़ी वाले परिवारों को हटाया गया।
- DMRC ने एक उचित Resettlement और Rehabilitation Model अपनाया जिसमें Flats, Health Facilities और Schools की सुविधा दी गई।
- यह Project एक Positive Example माना जाता है जहाँ सरकार और एजेंसी ने प्रभावी R&R Policy लागू की।
Tehri Dam Project (Uttarakhand)
- Tehri Dam बनने से पूरा Tehri Town डूब गया।
- लाखों लोगों को Hilly Areas से Plain Areas में Shift किया गया।
- कई लोगों को Proper Settlement मिला लेकिन कुछ लोगों को अभी भी रोजगार की समस्या का सामना करना पड़ता है।