Notes in Hindi

Dams Effects on Forests and Tribals

Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Environmental Science

Dams Effects on Forests and Tribals in Hindi

Dams Effects on Forests and Tribals in Hindi

Purpose and Importance of Dams in Hindi

बांध (Dam) का निर्माण इंसानों द्वारा पानी को संग्रहित करने, सिंचाई, बिजली उत्पादन (Hydroelectric Power), बाढ़ नियंत्रण (Flood Control) और जल प्रबंधन के उद्देश्य से किया जाता है। बांध हमारे देश की कृषि व्यवस्था और औद्योगिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। नीचे कुछ मुख्य उद्देश्य दिए गए हैं:

  • सिंचाई: बांधों के कारण खेतों तक पानी पहुँचता है जिससे फसलें बेहतर होती हैं।
  • बिजली उत्पादन: Hydropower के माध्यम से बिजली का उत्पादन किया जाता है।
  • बाढ़ नियंत्रण: बारिश के मौसम में अधिक पानी को रोककर बाढ़ से बचाया जाता है।
  • पीने का पानी: कई शहरों को बांधों से पानी सप्लाई किया जाता है।
  • नौवहन: बड़े जलाशयों के जरिए जल परिवहन की सुविधा मिलती है।

Effects of Dams on Forest Ecosystems in Hindi

जब कोई बड़ा बांध बनाया जाता है, तो उसके आस-पास के बड़े भू-भाग को जलमग्न किया जाता है। इससे वहां के जंगल और जैव विविधता पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

  • जंगलों की कटाई: बांध निर्माण से पहले हजारों पेड़ों को काटा जाता है, जिससे वन क्षेत्र नष्ट हो जाता है।
  • प्राकृतिक आवास का नुकसान: वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास डूब जाता है जिससे कई प्रजातियाँ विलुप्त हो सकती हैं।
  • जैव विविधता में कमी: विभिन्न पेड़-पौधे और जीव-जंतु की प्रजातियाँ समाप्त हो जाती हैं।
  • मिट्टी का कटाव और गुणवत्ता में कमी: जलाशयों के कारण आसपास की मिट्टी कमजोर हो जाती है।

Displacement and Impact on Tribal Communities by Dams in Hindi

भारत में बड़े बांधों के निर्माण से लाखों लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें से अधिकतर जनजातीय (Tribal) समुदाय के लोग होते हैं। ये लोग सदियों से जंगलों और नदियों के पास रहते आए हैं।

  • विस्थापन (Displacement): बांध बनने से गांव जलमग्न हो जाते हैं और लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ता है।
  • संस्कृति और जीवनशैली पर असर: जनजातीय समुदायों की पारंपरिक जीवनशैली पर बुरा असर पड़ता है क्योंकि उन्हें नए वातावरण में सामंजस्य बैठाना कठिन होता है।
  • रोजगार और आय का नुकसान: जो लोग जंगल और कृषि पर निर्भर थे, उन्हें रोज़गार खोना पड़ता है।
  • मानसिक और सामाजिक दबाव: विस्थापन के कारण लोग मानसिक तनाव में रहते हैं और सामाजिक समस्याओं का सामना करते हैं।

Case Studies on Large Dams and Tribal Issues in Hindi

भारत में कई बड़े बांधों के उदाहरण हैं, जिनसे पर्यावरण और जनजातीय समुदायों पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नीचे कुछ प्रसिद्ध केस स्टडीज़ दी गई हैं:

Sardar Sarovar Dam – Narmada River

  • राज्य: गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र
  • प्रभाव: लगभग 2 लाख लोग विस्थापित हुए, जिनमें से बड़ी संख्या में आदिवासी शामिल थे।
  • Narmada Bachao Andolan: मेधा पाटेकर द्वारा शुरू किया गया आंदोलन, जिसमें विस्थापितों को न्याय दिलाने की मांग की गई।
  • पर्यावरणीय नुकसान: हजारों हेक्टेयर जंगल डूब गए, जिससे जैव विविधता पर असर पड़ा।

Tehri Dam – Bhagirathi River

  • राज्य: उत्तराखंड
  • उद्देश्य: Hydroelectric Power और सिंचाई
  • प्रभाव: 1 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए, टिहरी शहर डूब गया।
  • प्राकृतिक आपदा का खतरा: हिमालयी क्षेत्र में होने के कारण भूकंप और भूस्खलन जैसी आपदाओं का खतरा बना रहता है।

Hirakud Dam – Mahanadi River

  • राज्य: ओडिशा
  • विशेषता: भारत का सबसे लंबा बांध
  • प्रभाव: 22,000 परिवारों को स्थानांतरित किया गया
  • जनजातीय समुदायों पर असर: बड़े पैमाने पर आदिवासी समुदाय प्रभावित हुए, जिन्हें उचित पुनर्वास नहीं मिला।

Environmental and Social Mitigation Measures in Hindi

जब कोई बड़ा बांध बनाया जाता है तो उसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए सरकार को कुछ जरूरी उपाय अपनाने चाहिए:

  • पुनर्वास और पुनर्स्थापन (Rehabilitation): विस्थापित लोगों को नए घर, ज़मीन और रोजगार देने की व्यवस्था होनी चाहिए।
  • Compensation: प्रभावित लोगों को उनकी संपत्ति और आजीविका के नुकसान का मुआवजा मिलना चाहिए।
  • वन क्षेत्र की भरपाई: जितने पेड़ काटे जाते हैं उतने या उससे ज्यादा नए पेड़ लगाने चाहिए।
  • Environmental Impact Assessment (EIA): किसी भी परियोजना से पहले पर्यावरणीय प्रभाव का अध्ययन ज़रूरी है।
  • जन भागीदारी: स्थानीय लोगों की राय और सहमति लेना आवश्यक है।

Comparison Table of Major Dams and Their Impacts

Dam Name River State Displaced People Tribal Impact
Sardar Sarovar Narmada Gujarat 2,00,000+ Very High
Tehri Dam Bhagirathi Uttarakhand 1,00,000+ Moderate
Hirakud Dam Mahanadi Odisha 22,000 Families High

Students के लिए Important Notes

  • बांध विकास के लिए जरूरी हैं लेकिन इनके साथ सामाजिक और पर्यावरणीय संतुलन भी जरूरी है।
  • प्रत्येक बांध परियोजना के साथ पर्यावरणीय अध्ययन और जन भागीदारी आवश्यक है।
  • जनजातीय समुदायों को उनकी संस्कृति, ज़मीन और अधिकारों की रक्षा मिलनी चाहिए।
  • Case Study जैसे Sardar Sarovar और Tehri Dam परीक्षाओं में बार-बार पूछे जाते हैं।

FAQs

बांधों के कारण बड़े पैमाने पर जंगलों की कटाई होती है जिससे जैव विविधता नष्ट होती है। जनजातीय समुदायों को उनके पारंपरिक घरों से विस्थापित कर दिया जाता है, जिससे उनकी संस्कृति और जीवनशैली पर गहरा असर पड़ता है।
भारत में बांध सिंचाई, Hydroelectric Power generation, बाढ़ नियंत्रण और पीने के पानी की आपूर्ति के लिए बहुत जरूरी हैं। ये कृषि और औद्योगिक विकास में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
बांधों के कारण जलाशयों में बड़े क्षेत्र जलमग्न हो जाते हैं जिससे पेड़-पौधे, जानवरों के आवास और जैव विविधता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे कई प्रजातियाँ विलुप्त होने के कगार पर पहुंच जाती हैं।
जनजातीय लोग अपनी ज़मीन, जंगल और संस्कृति से कट जाते हैं। उन्हें रोज़गार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ता है और वे सामाजिक एवं मानसिक समस्याओं से ग्रस्त हो जाते हैं।
प्रमुख केस स्टडी में Sardar Sarovar Dam (Narmada River), Tehri Dam (Bhagirathi River) और Hirakud Dam (Mahanadi River) शामिल हैं। इन बांधों से लाखों लोग विस्थापित हुए, जिनमें से अधिकतर जनजातीय समुदायों से थे।

Please Give Us Feedback