Land Degradation
Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Environmental Science
Land Degradation - Complete Guide in Hindi
Land Degradation - Meaning in Hindi
Land Degradation का मतलब होता है – ज़मीन की गुणवत्ता में गिरावट। जब ज़मीन अपनी उपजाऊ शक्ति खो देती है और वहाँ खेती करना या पेड़-पौधे उगाना मुश्किल हो जाता है, तो इसे Land Degradation कहा जाता है। यह एक ऐसा प्राकृतिक और मानव जनित (man-made) प्रक्रिया है जिसमें भूमि की physical, chemical और biological quality कम हो जाती है।
ज़मीन हमारे जीवन का एक बहुत ही जरूरी हिस्सा है। खेती, पेड़-पौधे, जानवरों की चराई और घर बनाने जैसे सभी काम ज़मीन पर ही होते हैं। जब यह ज़मीन धीरे-धीरे खराब होने लगती है तो उसका असर पूरे पर्यावरण (environment) और इंसानी जीवन पर पड़ता है।
Causes of Land Degradation in Hindi
- ➤ Deforestation (वनों की कटाई) – जब बड़ी मात्रा में पेड़ काटे जाते हैं, तो ज़मीन की पकड़ कमज़ोर हो जाती है। इससे मिट्टी बह जाती है और ज़मीन बंजर हो जाती है।
- ➤ Overgrazing (अत्यधिक चराई) – जब जानवर किसी क्षेत्र में बार-बार चरते हैं तो वहाँ घास और पेड़-पौधे उग नहीं पाते। इससे मिट्टी खुली रहती है और ज़मीन की गुणवत्ता घट जाती है।
- ➤ Over-irrigation (अत्यधिक सिंचाई) – ज़रूरत से ज़्यादा पानी देने से मिट्टी में जलभराव (waterlogging) हो जाता है, जिससे मिट्टी की उपजाऊ ताकत घट जाती है।
- ➤ Use of Chemical Fertilizers and Pesticides (रासायनिक खाद और कीटनाशकों का प्रयोग) – ज़रूरत से ज़्यादा chemical उपयोग करने से मिट्टी के पोषक तत्व (nutrients) खत्म हो जाते हैं।
- ➤ Urbanization and Industrialization (शहरीकरण और औद्योगिकीकरण) – सड़कों, फैक्ट्रियों और इमारतों के निर्माण से उपजाऊ ज़मीन खत्म हो जाती है।
- ➤ Mining Activities (खनन गतिविधियाँ) – ज़मीन को खोदकर खनिज निकालने से ज़मीन की ऊपरी परत हट जाती है, जिससे मिट्टी बंजर हो जाती है।
- ➤ Natural Causes (प्राकृतिक कारण) – तेज बारिश, बाढ़, तूफान, सूखा (drought) आदि भी ज़मीन को नुकसान पहुंचाते हैं।
Human Activities Leading to Land Degradation in Hindi
इंसानों की कई गतिविधियाँ ऐसी होती हैं जो सीधे तौर पर ज़मीन को नुकसान पहुंचाती हैं। नीचे कुछ मुख्य मानवीय गतिविधियों को बताया गया है:
- ➤ Agricultural Mismanagement (कृषि की गलत तकनीकें) – जैसे कि monoculture (एक ही फसल बार-बार उगाना), crop rotation का ना होना और जलवायु के अनुसार फसल ना उगाना।
- ➤ Excessive Use of Machines (अत्यधिक मशीनों का प्रयोग) – भारी ट्रैक्टर और मशीनें मिट्टी की संरचना को नुकसान पहुंचाती हैं।
- ➤ Construction Works (निर्माण कार्य) – इमारतें, सड़कें, बांध आदि बनाने से बड़ी मात्रा में उपजाऊ ज़मीन खत्म हो जाती है।
- ➤ Waste Disposal (कचरा फेंकना) – Industrial waste और household waste ज़मीन पर फेंकने से वह ज़हरिली हो जाती है और पौधे नहीं उगते।
- ➤ Unsustainable Irrigation (अस्थिर सिंचाई) – Salt accumulation (नमक जमना) से मिट्टी की उत्पादकता खत्म हो जाती है।
Environmental Impact of Land Degradation in Hindi
Land Degradation का असर सिर्फ ज़मीन तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह पूरे पर्यावरण को प्रभावित करता है। नीचे इसके प्रमुख प्रभाव दिए गए हैं:
- ➤ Loss of Soil Fertility (मिट्टी की उर्वरता का नुकसान) – उपजाऊ मिट्टी के खराब हो जाने से खेती करना मुश्किल हो जाता है।
- ➤ Biodiversity Loss (जैव विविधता की हानि) – पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं का प्राकृतिक घर नष्ट हो जाता है जिससे वे या तो मर जाते हैं या दूसरी जगह पलायन कर जाते हैं।
- ➤ Water Pollution (जल प्रदूषण) – मिट्टी के साथ रासायनिक पदार्थ बहकर नदियों और तालाबों में मिल जाते हैं जिससे जल प्रदूषित हो जाता है।
- ➤ Climate Change (जलवायु परिवर्तन) – पेड़-पौधों की कटाई और ज़मीन की खराबी से कार्बन डाइऑक्साइड अधिक मात्रा में वातावरण में पहुंचती है।
- ➤ Food Security खतरे में – उपजाऊ भूमि की कमी से अनाज उत्पादन घट जाता है और लोगों को भूख का सामना करना पड़ता है।
Prevention and Control Measures of Land Degradation in Hindi
Land Degradation को रोकना संभव है, अगर हम कुछ जरूरी उपाय अपनाएं। नीचे इसके रोकथाम और नियंत्रण के तरीके बताए गए हैं:
1. Soil Conservation Techniques (मिट्टी संरक्षण तकनीकें)
- ➤ Contour Ploughing – ढलान वाली ज़मीन पर सीधी लाइन की बजाय वक्राकार हल चलाना ताकि पानी ना बह पाए।
- ➤ Terrace Farming – पहाड़ी क्षेत्रों में सीढ़ीनुमा खेत बनाना जिससे मिट्टी और पानी का कटाव कम हो।
- ➤ Cover Crops – खेतों में घास या अन्य पौधे लगाना जो मिट्टी को ढक कर erosion से बचाते हैं।
2. Afforestation and Reforestation (वनीकरण और पुनः वनीकरण)
- ➤ खाली ज़मीन पर पेड़ लगाना
- ➤ जहां पेड़ काटे गए हैं वहां फिर से पेड़ लगाना
3. Proper Use of Irrigation (सिंचाई का सही उपयोग)
- ➤ Drip irrigation और sprinkler system का इस्तेमाल करना ताकि पानी की बर्बादी कम हो
- ➤ जलभराव से बचने के लिए proper drainage सिस्टम बनाना
4. Organic Farming (जैविक खेती)
- ➤ Chemical fertilizers और pesticides की जगह compost, green manure और neem based कीटनाशक का प्रयोग करना
5. Sustainable Development Practices (सतत विकास की नीतियाँ)
- ➤ Industries और human settlements को ऐसी जगह न बनाया जाए जहां उपजाऊ भूमि हो
- ➤ Construction में eco-friendly methods का इस्तेमाल
6. Government Policies and Awareness (सरकारी योजनाएँ और जागरूकता)
- ➤ सरकार को कानून बना कर वनों की कटाई रोकनी चाहिए
- ➤ किसानों को training दी जानी चाहिए कि वे किस तरह मिट्टी की रक्षा कर सकते हैं
- ➤ Schools और colleges में इस विषय पर जागरूकता फैलाना
7. Scientific Research and Innovation (वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार)
- ➤ नई किस्म की फसलें जो कम पानी और कम मिट्टी में भी उग सके
- ➤ Remote sensing और satellite technology से ज़मीन की गुणवत्ता पर नजर रखना
Land Degradation एक गंभीर समस्या है जिसे अगर समय पर नहीं रोका गया तो यह food, water, environment और future generation सभी के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए हमें ज़मीन का उपयोग सोच-समझकर करना चाहिए और Sustainable Practices अपनानी चाहिए ताकि धरती सुरक्षित रह सके।