Effects of Modern Agriculture
Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Environmental Science
Effects and Features of Modern Agriculture in Hindi
Effects of Modern Agriculture in Hindi
Introduction
आधुनिक कृषि (Modern Agriculture) का मतलब है ऐसे तकनीकी और वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करना जिससे खेती में उत्पादन तेजी से बढ़ाया जा सके। इसमें नई मशीनें, रासायनिक खादें (Fertilizers), कीटनाशक (Pesticides), उन्नत बीज (High-Yielding Seeds), सिंचाई की नई तकनीकें और खेती के वैज्ञानिक तरीके शामिल होते हैं। यह प्रणाली भारत जैसे कृषि-प्रधान देश के लिए बहुत उपयोगी साबित हुई है, लेकिन इसके कई दुष्परिणाम (Negative Effects) भी सामने आए हैं।
Features of Modern Agriculture System in Hindi
- आधुनिक कृषि में मशीनों का अधिक उपयोग होता है जैसे – ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, थ्रेशर आदि।
- उन्नत किस्म के बीज (High-Yielding Variety Seeds) का प्रयोग किया जाता है, जो पारंपरिक बीजों से ज्यादा उत्पादन देते हैं।
- रासायनिक खाद और कीटनाशकों का उपयोग फसल की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जाता है।
- सिंचाई के लिए ड्रिप इरिगेशन, स्प्रिंकलर सिस्टम जैसे नए तकनीकी साधनों का उपयोग होता है।
- फसल चक्र (Crop Rotation) और वैज्ञानिक पद्धतियों के आधार पर खेती की जाती है।
- बाजार आधारित उत्पादन होता है यानी किसान उन्हीं फसलों को उगाते हैं जिनकी बाजार में मांग ज्यादा होती है।
- भंडारण और विपणन की आधुनिक सुविधाएं जैसे कोल्ड स्टोरेज और ऑनलाईन मार्केटिंग भी आधुनिक कृषि का हिस्सा हैं।
Positive Impacts of Modern Agriculture on Food Production in Hindi
- भारत में हरित क्रांति (Green Revolution) के बाद गेहूं और चावल का उत्पादन बहुत तेजी से बढ़ा।
- देश में खाद्यान्न (Food Grains) की कमी नहीं रही, जिससे भूखमरी पर काबू पाया गया।
- फसलें कम समय में पकने लगीं जिससे साल में दो या तीन बार फसल लेना संभव हुआ।
- खेती को व्यावसायिक रूप मिला यानी अब यह केवल गुज़ारे का साधन नहीं बल्कि कमाई का जरिया भी बन गई।
- खाद्य सुरक्षा (Food Security) सुनिश्चित करने में आधुनिक कृषि प्रणाली ने बड़ा योगदान दिया है।
Environmental Impact of Modern Agriculture Practices in Hindi
- रासायनिक खादों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी की गुणवत्ता (Soil Quality) घटती है।
- भूजल स्तर (Groundwater Level) तेजी से गिर रहा है क्योंकि आधुनिक कृषि में सिंचाई की आवश्यकता अधिक होती है।
- जल स्रोत जैसे नदियों और तालाबों में रसायनों के मिल जाने से जल प्रदूषण (Water Pollution) बढ़ रहा है।
- एक ही फसल बार-बार बोने से जैव विविधता (Biodiversity) घट रही है।
- कीटनाशकों के कारण पर्यावरण और पशु-पक्षियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
- ग्रीनहाउस गैसों (Greenhouse Gases) का उत्सर्जन बढ़ने से ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) पर प्रभाव पड़ा है।
Long-term Effects of Modern Agriculture on Soil Fertility in Hindi
- लगातार रासायनिक खादों के उपयोग से मिट्टी में मौजूद सूक्ष्मजीव (Microorganisms) नष्ट हो जाते हैं जो मिट्टी को उपजाऊ बनाते हैं।
- मोनोकल्चर यानी एक ही फसल बार-बार उगाने से मिट्टी में एक ही पोषक तत्व की कमी हो जाती है।
- खेतों में ऑर्गेनिक पदार्थ (Organic Matter) की कमी हो जाती है जिससे मिट्टी की संरचना (Structure) कमजोर हो जाती है।
- मिट्टी कठोर (Hard) हो जाती है, जिससे पानी सोखने की क्षमता कम हो जाती है और जल निकासी की समस्या बढ़ जाती है।
- भविष्य में भूमि बंजर (Unproductive) होने लगती है और उत्पादन में भारी गिरावट आती है।
Modern Agriculture vs Traditional Agriculture Table
| क्र.सं. | Traditional Agriculture | Modern Agriculture |
|---|---|---|
| 1 | पारंपरिक बीजों का प्रयोग | HYV बीजों का प्रयोग |
| 2 | मैनुअल या बैल से जुताई | मशीनों द्वारा जुताई |
| 3 | प्राकृतिक खाद का उपयोग | रासायनिक खादों का उपयोग |
| 4 | वर्षा पर निर्भर | सिंचाई प्रणाली पर आधारित |
| 5 | कम उत्पादन | उच्च उत्पादन |
Important Terms in Modern Agriculture
- Fertilizers: मिट्टी की उपज बढ़ाने के लिए प्रयोग होने वाले रासायनिक पदार्थ
- Pesticides: फसलों को कीड़ों से बचाने वाले रसायन
- Crop Rotation: मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के लिए फसलों को बदल-बदल कर बोना
- Drip Irrigation: पौधों की जड़ों में बूंद-बूंद पानी पहुंचाने की तकनीक
- High-Yielding Variety Seeds: ऐसे बीज जो सामान्य बीजों की तुलना में अधिक उत्पादन देते हैं
Final Notes (Study के लिए उपयोगी बातें)
- आधुनिक कृषि ने भारत की खाद्य समस्या को काफी हद तक हल किया है।
- लेकिन इसके साथ-साथ पर्यावरण और मिट्टी की गुणवत्ता पर दुष्परिणाम भी हुए हैं।
- भविष्य में स्थायी कृषि (Sustainable Agriculture) पर ध्यान देना ज़रूरी है।
- ऑर्गेनिक खेती और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
- छात्रों को इन प्रभावों की अच्छी समझ होनी चाहिए ताकि वे आने वाले समय में जिम्मेदार कृषि वैज्ञानिक या नीति-निर्माता बन सकें।
FAQs
आधुनिक कृषि से फसल उत्पादन में वृद्धि हुई है, लेकिन इसके साथ ही मिट्टी की उर्वरता में कमी, जल प्रदूषण, पर्यावरण पर बुरा प्रभाव और जैव विविधता का ह्रास जैसे नकारात्मक प्रभाव भी देखे गए हैं।
आधुनिक कृषि प्रणाली में मशीनों का उपयोग, HYV बीजों का प्रयोग, रासायनिक खाद और कीटनाशकों का उपयोग, सिंचाई की नई तकनीकें और वैज्ञानिक तरीकों से खेती शामिल हैं।
आधुनिक कृषि ने उच्च उत्पादन देने वाले बीजों, बेहतर सिंचाई और रासायनिक खादों के माध्यम से उत्पादन कई गुना बढ़ाया है, जिससे देश में खाद्य सुरक्षा (Food Security) सुनिश्चित हुई है।
आधुनिक कृषि के कारण जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, मिट्टी की गुणवत्ता में गिरावट और जैव विविधता में कमी जैसे गंभीर पर्यावरणीय प्रभाव देखे गए हैं। साथ ही ग्लोबल वार्मिंग में भी इसका योगदान है।
लंबे समय तक रासायनिक खादों और कीटनाशकों के उपयोग से मिट्टी में मौजूद जैविक पदार्थ कम हो जाते हैं, जिससे मिट्टी कठोर हो जाती है और उसकी उपजाऊ शक्ति धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है।