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Software and its Need in hindi

Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Fundamentals of Computer and Information Technology

Software and its Need

Software and its Need in Hindi

जब हम computer खोलते हैं — चाहे वह desktop हो, laptop हो या फिर आजकल का smartphone — तो उसकी स्क्रीन पर जितनी भी क्रियाएँ दिखती हैं, उनके पीछे एक अदृश्य लेकिन बेहद शक्तिशाली चीज़ होती है: Software। यह वही अदृश्य दिमाग है जो हर hardware भाग को निर्देश देता है कि उसे कब और कैसे काम करना है। कई बार beginners को लगता है कि केवल CPU, RAM या Keyboard ही असली काम करते हैं, लेकिन सच यह है कि बिना software के यह सभी अंग ऐसे हो जाते हैं जैसे बिना दिमाग़ के शरीर! इस गाइड में हम आसान भाषा में समझेंगे कि software क्या है, क्यों ज़रूरी है, कंप्यूटर को चलाने में इसका क्या रोल है, रोज़मर्रा के कामों में इसकी क्या अहमियत है, और अंत में जानेंगे कि software और hardware में फर्क क्या है। हर भाग को धीरे‑धीरे, उदाहरणों के साथ और सरल शब्दों में समझाया गया है ताकि कोई भी विद्यार्थी या नया उपयोगकर्ता आसानी से विषय को पकड़ सके और आगे की पढ़ाई के लिए मजबूत आधार बना सके।

What is Software and Why It Is Needed in Hindi

Software वह set of instructions या प्रोग्राम्स का समूह है जो कंप्यूटर को बताता है कि उसे कौन‑सा काम किस क्रम में, किस तर्क के साथ और किस संसाधन के उपयोग से करना है। यदि हम hardware को शरीर मानें, तो software उसका दिमाग़ है। यह दिमाग़ दो बड़े भागों में बांटा जा सकता है: System Software और Application Software। System Software, जैसे कि Operating System (OS) — Windows, Linux, Android इत्यादि — कंप्यूटर के मूलभूत संसाधन (CPU, memory, storage) को नियंत्रित करता है, जबकि Application Software (MS Word, Tally, Photoshop इत्यादि) उपयोगकर्ता‑विशिष्ट कार्यों को आसान बनाता है।

आवश्यकता की बात करें तो किसी भी आधुनिक उपकरण का संचालन बिना software संभव नहीं है, क्योंकि hardware को यह नहीं पता कि उसे कब किस क्रम में किस बटन का सिग्नल लेना या स्क्रीन पर क्या दिखाना है। Software ही user‑friendly interface प्रदान करता है, त्रुटि‑सुधार (error handling) करता है और कई गहराई वाले निर्देशों को इंसानी बोलचाल वाली command में बदलकर hardware तक पहुँचाता है। इसके अतिरिक्त, यह सुरक्षा (security), नेटवर्किंग (network management), डेटा प्रबंधन (data management) और स्वचालन (automation) जैसे अनगिनत क्षेत्रों में भी मूलभूत आधार देता है। यहीं से स्पष्ट हो जाता है कि आज के डिजिटल युग में software के बिना न तो personal life सुचारु रूप से चल सकती है और न ही कोई व्यावसायिक संस्था।

  • Software = प्रोग्राम्स + डेटा + documentation
  • System Software: OS, device drivers, utilities.
  • Application Software: MS Office, Browsers, Games आदि।
  • Software मनुष्य‑कंप्यूटर इंटरैक्शन को सरल करता है।
  • सभी तकनीकी विकास (AI, IoT, Cloud) की रीढ़ वही है।

Role of Software in Operating Computer System in Hindi

जिस क्षण आप power button दबाते हैं, BIOS या UEFI जैसे System Software का सबसे निचला स्तर चालू होता है। यह boot प्रक्रिया शुरू करता है, OS को load करता है और पहचानता है कि कौन‑सा hardware कहां लगा है। इसके बाद Operating System कॉम्प्लेक्स कार्यों का नियंत्रण लेता है: memory management से लेकर task scheduling और file system तक। यही OS सुनिश्चित करता है कि जब आप कोई application खोलें तो CPU को तथा RAM को निर्देश सही क्रम में मिलें, ताकि सिस्टम hang न हो।

इसके अलावा, Device Drivers नामक छोटे लेकिन महत्वपूर्ण प्रोग्राम हर external hardware (printer, graphic card, USB drive) को OS के साथ communicate कराते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप नया printer लगाते हैं तो driver ही OS को बताता है कि वह data को किस फॉर्मेट में भेजे ताकि print सही आए। अगर drivers न हों तो hardware सिर्फ बिजली की खपत करेगा, काम कुछ नहीं करेगा।

इसी तरह, Utility Software जैसे antivirus, disk cleanup tools इत्यादि सिस्टम को स्वस्थ रखते हैं। वे performance ट्यूनिंग, सुरक्षा और backup जैसे काम आसान करते हैं। इस प्रकार software का बहुआयामी रोल कंप्यूटर सिस्टम के सुचारु संचालन में अनिवार्य है।

सिस्टम में Software Layers का साधारण क्रम:
BIOS/UEFI → Device Drivers → Operating System → Middleware/Runtime Libraries → Application Software → User

Importance of Software in Day‑to‑Day Computer Tasks in Hindi

आज के समय में हमारे लगभग हर दैनिक कार्य की जड़ में किसी‑न‑किसी तरह का software है। कुछ प्रमुख उदाहरण देखें:

Communication: Email clients (Outlook, Gmail Web) और Messaging apps (WhatsApp Desktop, Slack)।
Productivity: MS Office suite में Word रिपोर्ट लिखने से लेकर Excel में बजट बनाने तक सब कुछ software‑आधारित है।
Education: E‑Learning platforms, Screen‑sharing tools, और Coding IDEs विद्यार्थियों को नया skill सीखने में मदद करते हैं।
Entertainment: VLC Player से लेकर Streaming सेवा (Netflix, YouTube) सब software के अलग‑अलग रूप हैं।
Finance: Internet Banking portals, UPI Apps तथा Accounting packages (Tally, Busy) दिनभर के लेन‑देन को सुरक्षित बनाते हैं।

यदि केवल व्यक्तिगत जीवन की बात छोड़ दें और कॉर्पोरेट जगत में जाएँ तो ERP Systems, CRM Tools, Project Management Software जैसे JIRA, Trello इत्यादि workflows को automate करते हैं, जिससे efficiency कई गुना बढ़ जाती है। इस तरह हम महसूस करते हैं कि software ने न केवल physical paperwork कम किया है बल्कि decision‑making को भी तेज और डेटा‑driven बना दिया है।

  • Digital Learning = LMS + Video Conferencing Software
  • Online Shopping = E‑Commerce Platform + Payment Gateway
  • Photo Editing = Mobile App + AI Filters
  • Navigation = GPS Software + Map Data
  • Health Tracking = Wearable Device App + Cloud Analytics

Difference Between Software and Hardware in Hindi

अक्सर विद्यार्थियों को सबसे ज़्यादा भ्रम इस बात से होता है कि software और hardware में अंतर ठीक से समझ नहीं आता। नीचे दिए गए तालिका‑रूप में दोनों के मुख्य फ़र्क को सरल तरीके से देखें:

पैरामीटर Software Hardware
स्वरूप (Nature) अमूर्त (Intangible) — केवल code और data भौतिक (Tangible) — दिखाई व छूने योग्य उपकरण
निर्माण (Creation) Programming Languages व Development Tools से Electronic Components, Chips, Circuits से
क्षति व सुधार (Damage & Repair) Corruption या Bugs को update/patch से ठीक किया जाता है Physical damage को Replacement या Soldering से ठीक किया जाता है
अपग्रेड (Upgrade) नया Version install कर के तुरंत नई Device जोड़कर या पुराने को upgrade कर के
उदाहरण (Examples) Windows 11, Photoshop, MySQL Database Monitor, SSD, Motherboard, Keyboard

संक्षेप में कहा जाए तो hardware वह मंच है जिस पर software अपना नाटक खेलता है। यदि मंच न हो तो कलाकार (software) प्रदर्शन नहीं कर सकता, और कलाकार न हों तो मंच पर अन्धेरा छा जाएगा। दोनों का संबंध symbiotic है: hardware पदार्थ है, परंतु software प्राण है। विद्यार्थी को यह समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यही आधार Future Technologies — जैसे Cloud Computing, Artificial Intelligence, Internet of Things — को भी समझने में मदद करेगा।

FAQs

Software एक ऐसा प्रोग्राम या निर्देशों का समूह होता है जो कंप्यूटर को बताता है कि उसे क्या और कैसे करना है। यह कंप्यूटर के hardware को ऑपरेट करने और उपयोगकर्ता के कार्यों को पूरा करने में सहायता करता है।
Software कंप्यूटर के सभी हिस्सों को नियंत्रित करता है और उन्हें एक साथ काम करने के लिए निर्देश देता है। यह बिना hardware को directly छुए ही उसे उपयोगी कार्यों के लिए उपयोग करने योग्य बनाता है।
चाहे आप document बना रहे हों, internet चला रहे हों, game खेल रहे हों या email भेज रहे हों, हर कार्य में किसी न किसी प्रकार का software शामिल होता है जो उसे आसान और तेज़ बनाता है।
Hardware कंप्यूटर के भौतिक हिस्से होते हैं जिन्हें हम देख और छू सकते हैं, जैसे keyboard, mouse, monitor आदि। वहीं Software डिजिटल होता है, जो केवल कंप्यूटर के अंदर चलता है और उसे नियंत्रित करता है।
Software मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं: System Software (जैसे Operating System) जो कंप्यूटर को चलाता है, और Application Software (जैसे MS Word, Tally) जो उपयोगकर्ता के कार्यों को आसान बनाता है।

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