Printers & types (Daisy wheel, Dot Matrix)
Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Fundamentals of Computer and Information Technology
Printers & Types – Daisy Wheel and Dot Matrix Printers Explained
Printers & Types (Daisy Wheel, Dot Matrix) in Hindi
कंप्यूटर Impact Printers की दुनिया में Daisy Wheel Printer और Dot Matrix Printer दो सबसे प्रचलित प्रकार हैं। दोनों ही सीधे काग़ज़ पर Mechanical Impact डालकर अक्षर व चित्र बनाते हैं, लेकिन उनके काम करने के तरीके, गुणवत्ता, गति और उपयोग-क्षेत्र में बड़ा अंतर है। इस लेख में हम इन दोनों Printer Types को शिक्षक-स्टाइल में विस्तार से समझेंगे— सबसे पहले Daisy Wheel की रचना व कार्य-विधि, फिर Dot Matrix का Impact Printing Concept, उसके बाद दोनों का तुलनात्मक विश्लेषण और अंत में Impact Printers के फायदे व सीमाएँ। पूरा कंटेंट आसान हिंदी में तैयार किया गया है ताकि शुरुआती सीखने वाले भी बिना किसी दिक्कत के समझ सकें।
Daisy Wheel Printer and its Mechanism in Hindi
Daisy Wheel Printer को “Typewriter-style Printer” भी कहा जाता है क्योंकि यह बिल्कुल टाइपराइटर जैसी गुणवत्ता (Near Letter Quality) देता है। इसका मुख्य हिस्सा एक गोल चक्र होता है जिसे Daisy Wheel कहा जाता है। इस पहिए पर फूल-पंखुड़ी (Petal) की तरह अक्षर नुमा स्पोक्स लगे होते हैं, जिनके सिरे पर टाइप-फेस (Character Mold) जुड़ा रहता है। जब प्रिंट आदेश मिलता है, तो निम्नलिखित चरण होते हैं:
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Character Selection: एक
Stepper Motorपूरी Daisy Wheel को घुमाकर वांछित अक्षर को काग़ज़ के सामने लाता है। यह घूर्णन बहुत सटीक होता है। -
Hammer Impact: जैसे ही अक्षर सामने आता है, एक
Solenoid-operated Hammerपीछे से उस अक्षर को रिबन (Ink Ribbon) के माध्यम से काग़ज़ पर तेज़ी से Impact करता है। उसी क्षण अक्षर छप जाता है। -
Carriage Movement: अक्षर छपने के बाद
Print Carriageएक स्पेस आगे बढ़ता है, और प्रोसेस दोबारा शुरू हो जाती है। पंक्ति पूरी होने पर काग़ज़ Roller थोड़ा ऊपर खिसकता है ताकि अगली पंक्ति प्रिंट हो सके।
इस तकनीक के कारण Daisy Wheel High Print Quality (लगभग 180-360 CPS) देता है, परंतु Noise काफी ज़्यादा होती है, और ग्राफ़िक्स या मल्टी-फॉण्ट सपोर्ट नहीं मिलता। इसके बावजूद डॉक्यूमेंटेशन, बैंक स्टेटमेंट और ऑफिस लेटर जैसे कामों के लिए यह वर्षों तक पसंदीदा रहा।
Dot Matrix Printer and Impact Printing Concept in Hindi
Dot Matrix Printer एक Impact Line Printer है जो अक्षरों और चित्रों को मेहराब की तरह लगी छोटी-छोटी पिनों के समूह से बनाता है। इसका मूलभूत विचार Matrix of Dots से किसी भी आकार को रेखांकित करने का है। चलिए इसके प्रमुख घटक और कार्य-विधि समझें:
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Print Head: इसमें 7, 9, 18 या 24 पिनें लंबवत कतार में होती हैं। प्रत्येक पिन
अलग
Electromagnetic Coilसे जुड़ी रहती है जो कमांड मिलने पर पिन को आगे धकेलकर रिबन के माध्यम से काग़ज़ पर बिन्दु बनाती है। -
Dot Formation: अक्षर या चित्र का
Bitmapजैसे ही मेमरी से मिलता है, पिनें बारी-बारी से एक्टिव होकर Horizontal Raster बनाती हैं। हेड राइट-टु-लेफ्ट (या लेफ्ट-टु-राइट) स्लाइड करता रहता है और बिंदु जाल (Dot Matrix) से पूरा पैटर्न उभर आता है। -
Paper Feed: Continuous stationery (Perforated Paper) के लिए
Tractor Feedतथा साधारण शीट के लिए फ्रिक्शन रोलर्स प्रयोग होते हैं। लाइन पूरी होने पर पेपर थोड़ा ऊपर जाता है और अगली लाइन छपती है।
9-पिन हेड करीब 240 DPI के तुल्य प्रिंट देता है, जबकि 24-पिन से ~360 DPI की क्वॉलिटी संभव है। Dot Matrix की सबसे बड़ी विशेषता Multi-Part Form Printing (कर्बन कॉपी) और ग्राफ़िक्स सपोर्ट है, लेकिन आवाज़ यहां भी तेज है और लेज़र जैसी शार्पनेस नहीं मिलती। फिर भी बैंक, रेलवे टिकट, चालान और डेटा-लॉगिंग डिवाइसों में यह आज भी प्रचलित है।
Comparison between Daisy Wheel and Dot Matrix Printers in Hindi
दोनों Impact Printers होने के बावजूद इनका दृष्टिकोण अलग है। नीचे दी तालिका से मुख्य अंतर साफ़ समझिए:
| Feature | Daisy Wheel Printer | Dot Matrix Printer |
|---|---|---|
| Printing Principle | Character Mold को Hammer से Impact करना | Multiple Pins से Dot Matrix बनाना |
| Print Quality | Near Letter Quality (Typewriter-like) | Draft to NLQ (पिन संख्या पर निर्भर) |
| Graphics Capability | नहीं (केवल Fixed Fonts) | हाँ, Bitmap आधारित |
| Noise Level | बहुत अधिक | अधिक, पर Daisy Wheel से थोड़ा कम |
| Speed | ~30-120 CPS | ~150-600 CPS |
| Multi-Part Forms | 2-3 प्रतियां | 4-6 प्रतियां |
| Maintenance | Wheel Replacement महँगा (हर Font के लिए अलग Wheel) | Ribbon व Pin Wear अपेक्षाकृत सस्ता |
| Typical Usage | Official Letters, High-quality Text | Invoices, Receipts, Graphs |
तालिका से स्पष्ट है कि जहाँ Daisy Wheel गुणवत्ता के लिए जाना जाता है, वहीं Dot Matrix तेज़ गति, फॉर्म-प्रिंटिंग और ग्राफ़िक्स के कारण उद्योगों में लोकप्रिय है। फॉन्ट बदलना Daisy Wheel में महँगा पड़ता है क्योंकि पूरा Wheel बदलना पड़ता है, जबकि Dot Matrix केवल सॉफ्टवेयर पैटर्न बदलकर नई शैली छाप सकता है।
Advantages and Limitations of Impact Printers in Hindi
Impact Printers (जैसे Daisy Wheel व Dot Matrix) आज भी कई कार्यों में प्रयोग होते हैं। आइए इनके प्रमुख लाभ व सीमाएँ देखें:
Advantages (लाभ)
- Multi-Part Printing: एक ही समय में कई कॉपी (Carbon/ NCR Form) छापी जा सकती है, जो बैंक, लॉजिस्टिक्स और इन्वेंटरी सिस्टम के लिए आवश्यक है।
- Low Running Cost: Ribbon सस्ता होता है और Laser Toner की तुलना में बहुत कम खर्च आता है। लंबे डेटा लॉग या चालान छापने में economical है।
- Durability: Dusty और High-Temperature वातावरण में भी काम कर लेते हैं जहाँ delicate Inkjet या Laser Mechanism जल्दी खराब हो सकते हैं।
- Continuous Stationery Support: Tractor Feed से वेब-फॉर्म या रोल पेपर निरंतर खींचा जा सकता है, जिससे ऑटोमेटिक नंबरिंग व बैच-प्रिंटिंग आसान होती है।
Limitations (सीमाएँ)
- High Noise: Printing के दौरान Hammer या Pins की लगातार टक-टक आवाज़ आती है, जिससे शांत ऑफिस-परिवेश में उपयोग सीमित हो जाता है।
- Limited Resolution: Dot Matrix में Dots की संख्या सीमा तय करती है, वहीं Daisy Wheel केवल Fixed Character Shape छाप सकता है, ग्राफ़िक्स असंभव है।
- Slower Than Modern Printers: Inkjet या Laser के मुक़ाबले Pages Per Minute (PPM) कम है, विशेषकर Daisy Wheel में।
- Mechanical Wear: Pins, Hammer, Ribbon व Gears समय के साथ घिस जाते हैं; नियमित रख-रखाव ज़रूरी है वरना Quality गिरती है।
- Limited Font Flexibility: Daisy Wheel में Font बदलने हेतु नया Wheel चाहिए; Dot Matrix में भी TrueType जैसी Smooth Fonts संभव नहीं।
उपर्युक्त विवरण से आपने सीखा कि Daisy Wheel Printer उच्च-गुणवत्ता पाठ के लिए बेहतर था, जबकि Dot Matrix Printer बहुउद्देश्यीय और तेज़ निकला। दोनों यद्यपि आज Impact Printing Technology के प्रतीक हैं, पर इनके अनूठे लाभों के कारण विशिष्ट उद्योग-सेक्टर में इनकी प्रासंगिकता बनी हुई है। आशा है यह विस्तृत हिंदी गाइड आपके अध्ययन व प्रोजेक्ट कार्यों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।