Basic concept of computer system and its definition in Hindi
Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Fundamentals of Computer and Information Technology
Basic Concepts of Computer System in Hindi
Basic Concepts of Computer System in Hindi
Basic Concept of Computer System in Hindi
सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है कि Computer System किसी एक मशीन का नाम नहीं है, बल्कि कई हिस्सों और प्रक्रियाओं का संयोजन है, जो मिल-कर आँकड़ों (Data) को उपयोगी जानकारी (Information) में बदलता है। कंप्यूटर एक Electronic Device है, जो Input → Process → Output के सिद्धांत पर काम करता है और तेज़ी से Accurate परिणाम देता है। एक अच्छे शिक्षक की तरह सोचिए कि कंप्यूटर एक ऐसा कुशल छात्र है जिसे आप प्रश्न (Input) देते हैं, वह मेहनत (Process) करता है, और तत्परता से सही उत्तर (Output) लौटा देता है। इसकी परिभाषा इस प्रकार लिखी जा सकती है—
- परिभाषा (Definition): Computer एक स्वचालित Programmable मशीन है, जो Input को ग्रहण करती है, पूर्व-निर्धारित Program के अनुसार उसका Processing करती है, और उपयोगकर्ता को सार्थक Output प्रदान करती है।
इस पूरे काम में कंप्यूटर की मुख्य ताक़त उसकी गति (Speed), शुद्धता (Accuracy) और बड़ी मात्रा में Data सँभालने (Storage Capacity) की क्षमता है। एक छात्र को जहाँ याददाश्त की सीमा होती है, वहीं कंप्यूटर Memory के सहारे अनगिनत फ़ैक्ट्स स्टोर कर सकता है और कभी थकता नहीं है।
Components of Computer System (Hardware, Software, Users) in Hindi
कंप्यूटर सिस्टम को अच्छे से समझने के लिए इसे तीन मुख्य घटकों में बाँटा जाता है—Hardware, Software और Users (जिसे Live-ware भी कहते हैं)। तीनों का तालमेल वैसा ही है जैसे शरीर, दिमाग़ और आत्मा का। अगर कोई एक हिस्सा कमज़ोर है, तो पूरा सिस्टम सही ढंग से कार्य नहीं कर पाएगा।
| Hardware (हार्डवेयर) | Software (सॉफ्टवेयर) |
|---|---|
| भौतिक हिस्से जैसे Keyboard, Mouse, Monitor, CPU आदि | निर्देशों (Programs) का समूह जैसे Windows, Linux, MS-Office |
| छूआ जा सकता है (Tangible) | कोड का रूप होता है, छूआ नहीं जा सकता (Intangible) |
| समय के साथ घिसते-फिसते हैं | अपडेट या Upgrade से बेहतर बनते हैं |
(a) Hardware
Hardware वे सभी Physical उपकरण हैं, जिन्हें आप हाथ से छू सकते हैं। इन्हें पाँच श्रेणियों में बाँटा जाता है—Input Devices (जैसे Keyboard, Mouse), Processing Unit (CPU व उसके भाग), Storage Devices (RAM, Hard Disk, SSD), Output Devices (Monitor, Printer) और Communication Devices (NIC, Modem)। हर एक उपकरण का अपना अलग कार्य होता है; उदाहरण के लिए Keyboard अक्षर दर्ज करता है, जबकि Monitor आपको परिणाम दिखाता है। यह ठीक वैसा है जैसे कक्षा में Chalk से लिखना और Blackboard पर उसे देखना।
(b) Software
Software वह अदृश्य तंत्र है, जो Hardware को निर्देश देता है कि किस क्रम में कौन-सी क्रिया करनी है। इसे दो श्रेणियों में बाँटा जाता है—System Software (Windows, Linux, Device Drivers) जो पूरे कंप्यूटर को चलाता है, और Application Software (MS-Word, Tally, Photoshop) जो विशेष कार्यों के लिए उपयोग होता है। एक आसान उदाहरण लें: System Software कक्षा का Head Boy है, जो अनुशासन बनाये रखता है, जबकि Application Software अलग-अलग विषय पढ़ाने वाले Subject Teachers की तरह होते हैं।
(c) Users
आख़िर में, User ही वह प्राणी है जिसकी आवश्यकता पर Computers बने हैं। User कंप्यूटर को Goal देता है, Data देता है, और परिणाम प्राप्त करता है। उपयोगकर्ता कई प्रकार के हो सकते हैं—End User जो काम का परिणाम देखता है, Programmer जो Software लिखता है, और System Administrator जो पूरे सिस्टम की देखरेख करता है। इसे समझने के लिए कल्पना कीजिए कि User वह शिक्षक है, जो छात्र (Computer) को प्रश्न देता है और फिर उत्तर जाँचता है।
Concept of Input-Process-Output Cycle in Hindi
Input-Process-Output (IPO) Cycle कंप्यूटर की मूल कार्य-प्रणाली है। यह बिलकुल उसी तरह है जैसे आप रसोई में सामग्री (Input) डालते हैं, पकाते हैं (Process), और तैयार खाना (Output) प्राप्त करते हैं। नीचे प्रत्येक चरण को दो-दो उदाहरणों के साथ सरल तरीके से समझाया गया है—
- Input: जब आप Keyboard से अक्षर टाइप करते हैं या Scanner से चित्र दर्ज करते हैं, तो यह Data कंप्यूटर में प्रविष्ट होता है। जैसे विद्यार्थी प्रश्न पढ़ता है—यहाँ प्रश्न Input है।
- Process: Central Processing Unit (CPU) तर्क (Logic) और गणना (Arithmetic) लागू करता है। यह Data Sorting, Calculations या Decision-Making कुछ भी हो सकता है। ठीक वैसे ही जैसे छात्र उत्तर सोचता है—मस्तिष्क में Processing होती है।
- Output: अंततः Monitor पर रिपोर्ट, Printer से Slip, या Speaker से ध्वनि के रूप में परिणाम मिलता है। छात्र जब उत्तर बोलता या लिखता है, तो वह Output चरण है।
IPO Cycle को मजबूती देने के लिए Memory भी अहम भूमिका निभाती है, जहाँ अस्थायी (RAM) और स्थायी (Hard Disk) रूप से Data संग्रहीत रहता है। यह भोजन तैयार करने के बाद फ्रिज में रखना जैसा है, ताकि भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर तुरंत निकाला जा सके।
Functional Diagram of Computer System Explained in Hindi
Functional Diagram एक चित्रात्मक मॉडल है, जो दर्शाता है कि Data कंप्यूटर के अंदर किस रास्ते से गुजरता है। इसे सरल रेखाचित्र के रूप में समझिए—
[ Input Unit ] → [ CPU ] → [ Output Unit ]
↓ ↑
[ Storage (Memory) ]
इस रेखाचित्र में चार मुख्य Block हैं। पहले Input Unit (Keyboard, Mouse) Data लेता है, फिर यह Data CPU में पहुँचता है, जहाँ Control Unit निर्देशों को सँभालता है और ALU गणना करती है। बीच-बीच में Data और Instructions अस्थायी रूप से Main Memory (RAM) में रहते हैं, और परिणाम Output Unit (Monitor, Printer) पर दिखाई देता है। ध्यान दीजिए कि Control Unit शिक्षक की तरह Class Discipline बनाए रखती है, जबकि ALU तेज़ गणितज्ञ की भूमिका निभाती है।
एक अच्छी आदत यह है कि Functional Diagram को Topic समझाते समय Board पर Draw करें या Presentation में शामिल करें। इससे Beginner Students को पूरा Flow एक नज़र में समझ आता है, और बार-बार Text पढ़ने की आवश्यकता नहीं रहती।