What is WiMax and its full form in Hindi
Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Information Technology Trends
What is WiMax Technology and How it Works
Table of Contents - WiMax in Wireless Communication in Hindi
WiMax Technology Explained in Hindi
What is WiMax and its Full Form in Hindi
WiMax का पूरा नाम “Worldwide Interoperability for Microwave Access” है। यह नाम इस बात को दर्शाता है कि यह टेक्नोलॉजी माइक्रोवेव फ्रीक्वेंसी पर आधारित wireless broadband standard है और अलग‑अलग devices व vendors के बीच interoperability सुनिश्चित करती है।
WiMax को IEEE 802.16 series स्टैण्डर्ड भी कहा जाता है, जहाँ “802” IEEE LAN/MAN Standards का सामान्य परिवार है और “16” विशेष रूप से broadband wireless metropolitan area networks को परिभाषित करता है। इस मानक ने पहली बार 2001 में कमर्शियल रूप लिया, लेकिन 2004 में 802.16‑2004 और 2005 में 802.16e (mobile WiMax) ने इसे व्यावहारिक रूप से लोकप्रिय बनाया।
साधारण शब्दों में WiMax एक ऐसी तकनीक है जो optical fiber या DSL जैसी तार वाली
Working of WiMax in Wireless Communication in Hindi
WiMax नेटवर्क में दो मुख्य घटक होते हैं—Base Station और Subscriber Station / Customer Premises Equipment (CPE)। Base Station ऊँचे टॉवर या बिल्डिंग की छत पर लगाया जाता है, जहाँ से यह 2 GHz से 66 GHz के बीच के लाइसेंस या अनलाइसेंस्ड स्पेक्ट्रम पर रेडियो सिग्नल प्रसारित करता है।
जब यूज़र के घर या कार्यालय में लगा CPE इस सिग्नल को प्राप्त करता है, तो वह उसे Ethernet या WiFi router के माध्यम से स्थानीय LAN में वितरित कर देता है। पूरे सिस्टम में Orthogonal Frequency Division Multiplexing (OFDM) मॉड्यूलेशन का उपयोग होता है, जो समानांतर उप‑केरियरों पर डेटा भेजकर multipath fading और interference को कम करता है।
- 802.16‑2004 संस्करण Fixed WiMax के नाम से जाना जाता है, जिसमें ग्राहक यंत्र स्थिर रहता है और अंतर्गत LOS लिंक से 30 Miles (लगभग 50 km) तक कवरेज मिल सकती है।
- 802.16e संस्करण Mobile WiMax है, जो handover सपोर्ट करता है और चलते वाहन में भी 70 Mbps तक थ्रूपुट देने का लक्ष्य रखता है।
डेटा लिंक लेयर पर WiMax, Point‑to‑Multipoint आर्किटेक्चर फ़ॉलो करता है। यानी एक Base Station कई CPE को सर्व कर सकता है, जिससे स्पेक्ट्रम का उपयोग कुशल होता है। सुरक्षा के लिए AES‑128 encryption और X.509 certificates द्वारा subscriber authentication लागू होती है, जिससे नेटवर्क पर अनधिकृत पहुँच रोकी जा सके।
WiMax vs WiFi Difference in Hindi
अक्सर WiMax और WiFi को एक जैसा मान लिया जाता है, पर वास्तव में दोनों की design philosophy, कवरेज क्षेत्र और डेटा रेट काफी अलग होते हैं। नीचे दी गई टेबल दोनों के बीच मुख्य अंतर सारांशित करती है—
| Feature | WiMax | WiFi |
|---|---|---|
| Standard | IEEE 802.16 | IEEE 802.11 (a/b/g/n/ac/ax) |
| Primary Use‑case | Last‑mile broadband, Backhaul, Metropolitan Area Network | Local Area Network (home/office hotspot) |
| Spectrum | 2–66 GHz (licensed & unlicensed) | 2.4 GHz & 5 GHz (unlicensed) |
| Celling/Range | Up to 50 km (Fixed); 5–15 km (Mobile) | Typically 100–200 meters |
| Throughput | 70 Mbps to 1 Gbps (with 802.16m) | 11 Mbps to 9.6 Gbps (WiFi 6E) |
| Mobility Support | Full (with seamless handover) | Limited roaming; primarily stationary |
| Quality of Service | Built‑in QoS classes (UGS, rtPS, nrtPS, BE) | Best‑Effort; 802.11e WMM ऐड‑ऑन से QoS |
| Deployment Cost | High (tower infrastructure, licensing) | Low (AP & router only) |
संक्षेप में कहें तो WiFi घर या कार्यालय के भीतर कुछ मीटर तक wireless LAN बनाने के लिए आदर्श है, जबकि WiMax बड़े भौगोलिक क्षेत्र में broadband पहुँचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। WiMax का बैक‑हॉल लिंक अक्सर उसी WiFi हॉटस्पॉट नेटवर्क का इंटरनेट गेटवे बन सकता है।
Applications of WiMax in Rural Connectivity in Hindi
भारत जैसे विशाल ग्रामीण‑प्रधान देश में digital divide आज भी एक बड़ी चुनौती है। Fiber केबल बिछाना पहाड़ी, वन‑क्षेत्र या दूर‑दराज़ इलाकों में बहुत महँगा और समय‑साध्य होता है। ऐसे में WiMax, निम्नलिखित तरीकों से ग्रामीण कनेक्टिविटी में क्रांति ला सकता है—
- High‑Speed Internet Backhaul: ग्राम‑स्तरीय Common Service Centers (CSCs), सरकारी स्कूल या Primary Health Centers (PHCs) को निकटतम शहर के fiber PoP से जोड़ने के लिए WiMax backhaul लिंक लगाया जा सकता है। इससे 20–50 Mbps तक स्थिर बैंडविड्थ गाँव तक पहुँचती है।
- E‑Governance & Digital Services: जब Aadhaar authentication, e‑Mandi, या किसान‑हित पोर्टलों तक तेज़ डेटा रफ्तार मिलती है, तो सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीण जनता जल्द उठा पाती है।
- Distance Education: WiMax लिंक पर चलने वाले Interactive e‑Classrooms विद्यार्थियों को शहर के बेहतरीन अध्यापकों से जोड़ते हैं। Live lectures, video on demand और digital libraries तक अब मुश्किल‑ढेड़कें रास्तों के बावजूद भी इंतज़ार नहीं करना पड़ता।
- Tele‑Medicine: दूरस्थ गाँवों में स्थापित स्वास्थ्य केन्द्र सीधे जिला अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों से video consultation कर सकते हैं। साथ ही एक्स‑रे या ब्लड रिपोर्ट जैसी diagnostic files तुरंत शेयर हो पाती हैं।
- Community WiFi Hotspot: एक WiMax Base Station से कई गाँवों को सर्व किया जा सकता है। हर गाँव में सस्ते WiFi routers लगा कर last‑meter वितरित कर दिया जाए, तो लोग अपने स्मार्टफोन पर ही सेवा का लाभ उठा सकते हैं।
- Disaster Recovery Connectivity: किसी प्राकृतिक आपदा—जैसे बाढ़ या भूकंप—के बाद स्थायी केबल नेटवर्क क्षतिग्रस्त हो जाता है। ऐसे समय में portable WiMax यूनिट लगाया जा सकता है, जो क्षेत्रीय प्रशासन के voice, data और video कम्युनिकेशन तुरंत बहाल करती है।
सरकारी योजनाएँ जैसे BharatNet Phase‑II और विभिन्न Universal Service Obligation Fund (USOF) प्रोजेक्ट्स, ग्रामीण बैक‑हॉल के लिए WiMax या समान 4G fixed wireless समाधानों को प्राथमिकता दे रही हैं। इससे ऑपरेटर्स CAPEX बचाते हैं, स्पेक्ट्रम कुशल इस्तेमाल होता है और Total Cost of Ownership (TCO) फाइबर नेटवर्क की तुलना में 30‑40% तक कम आता है।