Key merits of Expert System in decision-making in Hindi
Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Information Technology Trends
Key Aspects of Expert System in Decision Making
Key Aspects of Expert System in Decision‑Making in Hindi
आज की Artificial Intelligence दुनिया में Expert System वह कंप्यूटर‑प्रोग्राम हैं जो किसी विषय‑विशेष में Human Expert जैसा निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं। ये सिस्टम अपने Knowledge Base, Inference Engine और User Interface की मदद से तेज़ी से फैसले देते हैं, कठिन समस्याएँ हल करते हैं और data‑driven युग में decision‑making को बेहद सरल बनाते हैं। नीचे दिए गये भागों में हम इनके प्रमुख लाभ, चुनौतियाँ, मानवीय‑विशेषज्ञ से तुलना, और भविष्य के अवसर‑जोखिम को क्रमशः विस्तार से देखेंगे। हर पॉइंट कम से कम दो पंक्तियों में समझाया गया है ताकि beginner‑friendly और SEO‑friendly दोनों बना रहे।
Key Merits of Expert System in Decision‑Making in Hindi
-
Consistency में विश्वास — एक Expert System हर सवाल पर समान
नियमों का प्रयोग करता है।
इस कारण निर्णयों में मानवीय मूड, थकान या व्यक्तिगत पूर्वाग्रह नहीं झलकते, जिससे quality‑control बेहतर होता है। -
24×7 Availability — ये सिस्टम लगातार काम कर सकते हैं;
रात‑दिन की सीमाएँ इनके लिए मायने नहीं रखतीं।
हेल्थ‑केयर, बैंकिंग या real‑time monitoring जैसी सेवाओं को बिना रुके सपोर्ट मिलता है, जिससे सेवा‑स्तर (SLA) सुधरता है। -
Rapid Computation — क्लिष्ट गणनाएँ व बड़े data‑sets
को सेकंडों में प्रोसेस किया जा सकता है।
यह तेज़ी विशेषकर वित्तीय विश्लेषण, फाल्ट‑डायग्नोस्टिक और logistics जैसी डोमेन में प्रतियोगी बढ़त देती है। -
Knowledge Preservation — वरिष्ठ कर्मचारियों के रिटायर होने के बाद
tacit knowledge अक्सर खो जाता है।
Expert System उसे संरक्षित करके आने वाली पीढ़ियों को सुगम ट्रेनिंग प्रदान करता है तथा संगठन का intellectual capital बचाए रखता है। -
Cost Efficiency — प्रारम्भिक विकास‑लागत के बाद
प्रत्यक्ष मानवीय‑विशेषज्ञ की तुलना में बार‑बार का खर्च कम हो जाता है।
लंबे समय में ROI (Return on Investment) सुधरता है और संचालन व्यय घटता है।
Limitations and Challenges of Expert System in Hindi
-
Limited Common‑sense Reasoning — जब समस्या अपेक्षित नियम‑ढाँचे से बाहर जाती है
तो Expert System भ्रमित हो सकता है।
मानव मस्तिष्क जहाँ सहज context‑switching करता है, वहाँ यह सिस्टम rule‑base के कैदी बन जाते हैं। -
Knowledge Acquisition Bottleneck — विषय‑विशेष का ज्ञान
Knowledge Engineer को सटीक रूप से कोड करना पड़ता है।
यदि विशेषज्ञ समय न दें या नियम अस्पष्ट हों तो सिस्टम अधूरा और त्रुटिपूर्ण बन सकता है। -
Maintenance Complexity — डोमेन बदलते ही
इन नियमों का update करना श्रमसाध्य होता है।
गलत या अप्रचलित सिद्धांत bias बढ़ा सकते हैं, जिससे decision‑accuracy गिर जाती है। -
Transparency Issues — कभी‑कभी नियम‑श्रृंखला इतनी लंबी होती है
कि अंतिम निर्णय का स्पष्टीकरण कठिन हो जाता है।
इससे यूज़र‑ट्रस्ट और कानूनी compliance में बाधा आ सकती है, विशेषकर healthcare regulation में। -
High Initial Cost — प्रोग्रामिंग, हार्डवेयर और
domain expert hours के कारण शुरुआती लागत अधिक होती है।
मध्यम उद्यमों के लिए यह लागत‑बाधा adoption में विलंब करती है।
Comparison of Expert System and Human Expert in Hindi
| Expert System | Human Expert |
|---|---|
|
थकान‑रहित 24×7 प्रदर्शन देता है, और real‑time डेटा सम्हाल सकता है। Scalability सर्वर‑अपग्रेड से तुरंत बढ़ाई जा सकती है। |
मानव विशेषज्ञ लंबे समय तक लगातार नहीं काम कर सकते;
दक्षता पर मानसिक‑शारीरिक थकान असर डालती है। Scalability प्रशिक्षित कर्मियों की भर्ती पर निर्भर करती है। |
|
निर्णयपूर्ण तर्क स्पष्ट नियमों पर आधारित;
कुछ स्थितियों में explainability चुनौतीपूर्ण हो सकती है। Update के लिए कोड‑संशोधन जरूरी है। |
निर्णय अनुभव, सहज ज्ञान और वर्तमान संदर्भ पर आधारित होते हैं। Explainability आसान है क्योंकि विशेषज्ञ अपना विचार‑प्रक्रिया मौखिक रूप से बता सकता है। |
|
ऊँची प्रारम्भिक विकास‑लागत लेकिन प्रति उपयोग कम खर्च। दोहराव वाले कार्यों में लागत‑प्रति‑निर्णय न्यूनतम हो जाती है। |
प्रारम्भिक प्रशिक्षण‑लागत मामूली परंतु
दीर्घावधि में वेतन एवं लाभ पैकेज बढ़ते जाते हैं। जटिल, रचनात्मक कार्यों में मूल्यवान। |
|
भावनात्मक या नैतिक निर्णय लेने में सीमित। Empathy‑driven consultation नहीं दे पाता। |
सहानुभूति, प्रेरणा और
ethical‑judgment जैसी मानवीय क्षमताएँ रखता है। ग्राहक‑संतुष्टि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। |
Future Scope and Risk Factors of Expert System in Hindi
-
Hybrid AI Integration — आने वाले वर्षों में
Expert System को Machine Learning और Natural Language Processing
से जोड़ा जाएगा।
इससे adaptive learning संभव होगा, जहाँ सिस्टम स्वयं नियम‑सेट अपडेट करेगा और context‑awareness बढ़ेगी। -
Edge Computing Adoption — औद्योगिक IoT में
निर्णय‑तंत्र सीधे edge devices पर जाएगा।
लो‑लेटेंसी अनुप्रयोग जैसे autonomous drones या smart grids में तुरंत‑फैसला लेने से सुरक्षा‑मानक बेहतर होंगे। -
Regulatory Risk — डेटा गोपनीयता क़ानून (GDPR,
DPDP Act India आदि) कड़े हो रहे हैं।
असंगत सिस्टम पर भारी जुर्माना या व्यापार प्रतिबंध का खतरा रहेगा; अतः compliance‑by‑design अनिवार्य है। -
Cybersecurity Threats — जैसे‑जैसे Expert System व्यापार‑माहौल में
गहराई से जुड़ेगा, adversarial attacks और data poisoning का खतरा बढ़ेगा।
सुरक्षा‑लेयर, intrusion detection और सतत patch management ज़रूरी होगा। -
Ethical & Job Displacement Concerns — स्वचालन बढ़ने से
दोहराव‑भरे कार्यों में मानव‑नौकरियाँ प्रभावित होंगी।
संगठन को re‑skilling व समावेशी नीति अपनानी होगी ताकि सामाजिक असंतुलन न बढ़े। -
Sustainable Development — पर्यावरण‑अनुकूल निर्णय प्रणाली
(उदा. smart farming, energy optimization) में
Expert System बड़ी भूमिका निभा सकता है।
इससे SDG targets की दिशा में तेज़ प्रगति संभव है।