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Three Way Handshake: Introduction and Purpose in Hindi

Makhanlal Chaturvedi University / BCA / Computer Networks

Three Way Handshake in Hindi

Three Way Handshake: Introduction and Purpose in Hindi

नेटवर्किंग दुनिया में TCP (Transmission Control Protocol) वह स्तंभ है जो data को reliable और ordered ढंग से पहुँचाने के लिए जाना जाता है। TCP के इसी भरोसेमंद स्वभाव को लागू करने के लिए Three Way Handshake नामक प्रक्रिया का प्रयोग होता है, जो client और server के बीच हर नए connection को स्थापित करने का आधार है। इस हैंडशेक में तीन messageSYN, SYN‑ACK और ACK—एक तय क्रम में भेजे जाते हैं, जिससे दोनों पक्ष एक‑दूसरे की readiness और प्रारंभिक Sequence Number पर सहमति जताते हैं।

Three Way Handshake के दो मुख्य उद्देश्य होते हैं: पहला, सिंक (synchronization) द्वारा दोनों endpoints के sequence numbers को सेट करना ताकि अगला byte सही क्रम में पहुँचे; दूसरा, विश्वसनीयता (reliability) बढ़ाने के लिए यह जांचना कि दोनों डिवाइस वास्तव में reachable हैं। यदि किसी भी चरण में जवाब सही न मिले तो TCP connection बनते‑बनते ही terminate हो जाता है, जिससे half‑open या dead connection की समस्या नहीं आती।

Key Objectives (मुख्य उद्देश्य)

  • Data ट्रांसफर शुरू होने से पहले Sequence Number synchronize करना।
  • दोनों पक्षों की capability और willingness को verify करना।
  • भविष्य के ACK और retransmission logic के लिए आधार तैयार करना।
  • Network में blind spoofing जैसे खतरे कम करना, क्योंकि ACK नंबर का अनुमान लगाना कठिन होता है।

Step 1: SYN Transmission in Three Way Handshake in Hindi

प्रक्रिया की शुरुआत client द्वारा एक SYN segment भेजने से होती है। यहाँ SYN flag 1 होता है और ACK flag 0। client एक पर्याप्त रूप से यादृच्छिक Initial Sequence Number (ISN) चुनता है—उदाहरण के लिए Seq = 145672391—ताकि security enhance हो और अगली data stream का क्रम साधारण अनुमान से बाहर रहे।

Packet Structure (पैकेट संरचना)

नीचे दिए उदाहरण में आप देख सकते हैं कि SYN पैकेट कैसा होता है—शब्दों में समझाया गया प्रारूप:

Src Port: 49152, Dst Port: 80
Seq: 145 672 391, Ack: 0
Flags: SYN=1, ACK=0, RST=0, FIN=0
Window Size: 64240
Options: MSS, SACK‑Permitted, Window‑Scale

क्यों महत्त्वपूर्ण? ISN से यह निश्चित होता है कि पूरे सत्र में भेजे जाने वाले bytes क्रम में रहें और duplicate packets को आसानी से नकारा जा सके। यदि कोई attacker गलत sequence नंबर से जवाब देता है तो connection अस्वीकार हो जाएगा, जिससे spoofing रोकने में मदद मिलती है।

Step 2: SYN‑ACK Exchange in Three Way Handshake in Hindi

जैसे ही server को client का SYN मिलता है, वह अपने पास उपलब्ध resources जाँच कर निर्णय लेता है कि connection स्वीकार किया जा सकता है या नहीं। स्वीकार होने पर server SYN‑ACK भेजता है, जिसमें दो flags एक साथ सेट रहते हैं: SYN=1 और ACK=1। server का स्वयं का ISN—मान लीजिए Seq = 31205789—प्रेषित होता है, और साथ ही client के पिछले ISN+1 को Ack number में भेजा जाता है। इसका अर्थ, “मुझे तुम्हारा SYN मिल गया, अब अपना अगला byte भेजो”।

Server Response Example (उदाहरण)

Src Port: 80, Dst Port: 49152
Seq: 31 205 789, Ack: 145 672 392
Flags: SYN=1, ACK=1, RST=0, FIN=0
Window Size: 64240

ध्यान देने योग्य बिंदु:

  • Server इस segment के साथ Receive Window का आकार बताता है, जिससे client को पता चलता है कि वह एक बार में कितना data भेज सकता है।
  • Round‑Trip Time (RTT) estimation भी यहीं से शुरू होता है, क्योंकि client ने पहला SYN भेजने का समय नोट कर लिया था।

Step 3: Final ACK and Connection Establishment in Hindi

hand‑shake का अंतिम चरण वह क्षण है जब client एक शुद्ध ACK segment server को भेजता है। इस पैकेट में ACK=1 और SYN=0 होता है; client अपने पहले data byte के sequence नंबर (Seq=145672392) के साथ server के ISN + 1 को Ack field में रखता है—यानी Ack=31205790। जैसे ही server इस ACK को स्वीकार कर लेता है, TCP connection आधिकारिक रूप से ESTABLISHED state में प्रवेश कर जाता है।

Why the Final ACK Matters (Final ACK का महत्त्व)

  • यह two‑way confirmation सुनिश्चित करता है कि दोनों किनोर sequence space को समझते हैं और डेटा प्रवाह शुरू करने को तैयार हैं।
  • इसके बाद भेजी जाने वाली हर byte को acknowledgement की आवश्यकता होती है, जिससे flow controlcongestion control एल्गोरिद्म प्रभावी रहते हैं।
  • यदि यह final ACK कहीं खो जाए, तो client को retransmission करना होगा; TCP की retransmission timer इसी स्थिति के लिए डिजाइन की गई है।

State Diagram Snapshot (स्थिति डायग्राम सार)

Three Way Handshake के समय दोनों किनोर निम्न states से गुजरते हैं:

Client State Server State Triggered By
SYN‑SENT LISTEN Client के SYN से
SYN‑RECEIVED SYN‑RECEIVED Server का SYN‑ACK
ESTABLISHED ESTABLISHED Client का final ACK

अब connection तैयार है और दोनों ओर से data segments भेजे जा सकते हैं। TCP सुनिश्चित करता है कि हर byte सही क्रम में और बिना corruption पहुँचे—यदि network congested हो या packet खो जाए, तो retransmission logic उसे दोबारा भेज देगा। बस, Three Way Handshake के इन तीन सरल लेकिन महत्वपूर्ण कदमों ने communication की नींव मज़बूत कर दी!

FAQs

Three Way Handshake एक TCP process है जिसमें client और server के बीच connection establish करने के लिए तीन steps में संदेश (SYN, SYN-ACK, ACK) का आदान-प्रदान किया जाता है। यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि दोनों पक्ष डेटा ट्रांसफर के लिए तैयार हैं और उनके बीच communication सही ढंग से हो सकता है।
SYN (Synchronize) एक TCP flag होता है जिसका प्रयोग connection की शुरुआत में client द्वारा server को भेजे गए पहले message में होता है। यह client के तरफ से यह संकेत होता है कि वह नया connection शुरू करना चाहता है। इसमें initial sequence number भी शामिल होता है।
SYN-ACK TCP का दूसरा step होता है, जिसमें server client के SYN का उत्तर देता है। इसमें SYN और ACK दोनों flags enable होते हैं, जो यह दर्शाते हैं कि server connection स्वीकार कर रहा है और उसने client का message receive कर लिया है।
Final ACK client द्वारा भेजा गया तीसरा message होता है जो server के SYN-ACK का उत्तर होता है। यह संकेत करता है कि client ने server की पुष्टि स्वीकार कर ली है और अब connection पूरी तरह establish हो चुका है।
Three Way Handshake TCP communication की reliability और synchronization सुनिश्चित करता है। इससे यह तय होता है कि दोनों डिवाइस डेटा भेजने और प्राप्त करने के लिए तैयार हैं और कोई भी गलत या अधूरा connection शुरू नहीं होगा। यह TCP की secure और ordered data delivery का मुख्य आधार है।

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