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Hypervisors in Virtualization in Hindi

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Hypervisors in Virtualization

Hypervisors in Virtualization

आजकल की डिजिटल दुनिया में, Virtualization एक बहुत महत्वपूर्ण तकनीक बन चुकी है। Virtualization का मतलब है एक सिस्टम के अंदर कई Virtual Machines (VMs) को चलाना। इसका मुख्य उद्देश्य है संसाधनों का अधिकतम उपयोग करना और विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम्स को एक ही हार्डवेयर पर चलाना। Hypervisor इस प्रक्रिया को सक्षम करने वाली तकनीक है। इस लेख में हम समझेंगे कि Hypervisor क्या है, इसके प्रकार क्या होते हैं, और यह कैसे काम करता है।

Hypervisor क्या है?

Hypervisor एक सॉफ़्टवेयर है जो एक फिजिकल मशीन (Physical Machine) पर Virtual Machines (VMs) चलाने का काम करता है। इसका मुख्य कार्य है Virtual Machines को समर्पित संसाधन (Resources) प्रदान करना। इसे Virtual Machine Monitor (VMM) भी कहा जाता है। Hypervisor ऑपरेटिंग सिस्टम और हार्डवेयर के बीच एक मध्यस्थ की भूमिका निभाता है, जिससे कि एक साथ कई ऑपरेटिंग सिस्टम एक ही मशीन पर चल सकें।

यह कहना गलत नहीं होगा कि Hypervisor की मदद से हम कई ऑपरेटिंग सिस्टम्स को एक ही सिस्टम पर अलग-अलग चला सकते हैं, जैसे Windows, Linux, और Mac OS। इसके जरिए हम सिस्टम के संसाधनों को अधिकतम और प्रभावी तरीके से उपयोग कर सकते हैं।

Hypervisor के प्रकार

Hypervisor मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं: Bare-Metal Hypervisor और Hosted Hypervisor। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से।

  • Bare-Metal Hypervisor: Bare-Metal Hypervisor सीधे हार्डवेयर पर इंस्टॉल होता है और इसके ऊपर कोई ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं चलता। यह वर्चुअल मशीनों के लिए Direct Access प्रदान करता है। इस प्रकार के Hypervisor में सबसे प्रसिद्ध उदाहरण VMware ESXi, Microsoft Hyper-V, और Xen हैं।
  • Hosted Hypervisor: Hosted Hypervisor, Bare-Metal Hypervisor से थोड़ा अलग होता है। इसमें एक ऑपरेटिंग सिस्टम पहले से इंस्टॉल होता है, और Hypervisor उस ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलता है। उदाहरण के लिए, VMware Workstation, VirtualBox, और Parallels Desktop को Hosted Hypervisor के रूप में जाना जाता है।

Bare Metal Hypervisor

Bare Metal Hypervisor को Type 1 Hypervisor भी कहा जाता है। यह Hypervisor सीधे फिजिकल हार्डवेयर पर इंस्टॉल होता है और ऑपरेटिंग सिस्टम से स्वतंत्र होता है। इसमें वर्चुअल मशीनों को ऑपरेटिंग सिस्टम की जरूरत नहीं होती क्योंकि Hypervisor ही हर चीज़ को नियंत्रित करता है। यह बहुत अधिक प्रभावी होता है क्योंकि यह सिस्टम के संसाधनों का अधिकतम उपयोग करता है।

इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह ज्यादा स्टेबल और सिक्योर होता है। VMware ESXi इसका एक बेहतरीन उदाहरण है। यह बड़े डेटासेंटर और क्लाउड सर्विसेज़ में इस्तेमाल होता है। Bare Metal Hypervisor में Hypervisor का कंट्रोल फिजिकल मशीन पर होता है, जिससे हर वर्चुअल मशीन को पर्याप्त संसाधन मिलते हैं।

Hosted Hypervisor

Hosted Hypervisor, Type 2 Hypervisor के रूप में जाना जाता है। इसमें, Hypervisor को पहले से इंस्टॉल किए गए ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलाया जाता है। यह Hypervisor फिजिकल मशीन के ऊपर एक ऑपरेटिंग सिस्टम को रूट करता है। यह घरेलू उपयोगकर्ताओं के लिए ज्यादा उपयुक्त है क्योंकि इसे इंस्टॉल करना और सेट करना आसान होता है।

हालांकि, Hosted Hypervisor में Bare-Metal Hypervisor की तुलना में कुछ संसाधन कम होते हैं क्योंकि इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम पहले से ही चल रहा होता है। VirtualBox और VMware Workstation इसके उदाहरण हैं।

Hypervisor और Virtual Machine Monitor के बीच अंतर

Hypervisor और Virtual Machine Monitor (VMM) दोनों के बीच कई समानताएँ हैं, लेकिन दोनों के कार्य में थोड़ी सी भिन्नता होती है। दरअसल, VMM को Hypervisor का एक रूप माना जा सकता है। VMM और Hypervisor दोनों का उद्देश्य वर्चुअल मशीनों को सही तरीके से चलाना होता है, लेकिन Hypervisor एक अधिक व्यापक शब्द है और इसका प्रयोग मुख्य रूप से बड़े सिस्टम और क्लाउड सर्विसेज में किया जाता है।

VMM को अधिकतर छोटे स्तर के कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि एक कंप्यूटर पर कई ऑपरेटिंग सिस्टम चलाना। जबकि Hypervisor मुख्य रूप से बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर और डेटा सेंटर के लिए उपयोगी होता है।

Hypervisor कैसे काम करता है?

Hypervisor, Virtual Machines के लिए आवश्यक संसाधनों का प्रबंधन करता है, जैसे कि CPU, मेमोरी, और स्टोरेज। यह Virtual Machines को हार्डवेयर के साथ संवाद करने का एक सुरक्षित तरीका प्रदान करता है। Hypervisor सीधे हार्डवेयर के साथ इंटरैक्ट करता है और VMs को उनके जरूरी संसाधन देता है। इसके अलावा, यह हर वर्चुअल मशीन को अलग-अलग आइसोलेशन (Isolation) में रखता है ताकि एक VM के द्वारा किए गए बदलावों का असर दूसरे VM पर न पड़े।

Hypervisor के अंदर Virtual Machines अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लिकेशन के साथ पूरी तरह से स्वतंत्र होती हैं। यह उन्हें पूर्ण नियंत्रण और कस्टमाइजेशन की अनुमति देता है।

Hypervisor के फायदे

  • संसाधनों का बेहतर उपयोग: Hypervisor के माध्यम से आप एक ही सिस्टम पर कई ऑपरेटिंग सिस्टम चला सकते हैं, जिससे संसाधनों का बेहतर उपयोग होता है।
  • लचीलापन: Hypervisor आपको वर्चुअल मशीनों के रूप में अलग-अलग वातावरण प्रदान करता है, जिससे आपको लचीलापन मिलता है।
  • सुरक्षा: Hypervisor हर वर्चुअल मशीन को एक अलग वातावरण में चलाता है, जिससे सुरक्षा में वृद्धि होती है।

Hypervisor के नुकसान

  • प्रदर्शन पर प्रभाव: Hypervisor का उपयोग करने से कभी-कभी सिस्टम प्रदर्शन में कमी आ सकती है क्योंकि हार्डवेयर के संसाधनों को साझा किया जाता है।
  • समय और प्रयास: Hypervisor को सही तरीके से इंस्टॉल और कॉन्फ़िगर करने में समय और प्रयास की आवश्यकता होती है।

अंत में, Hypervisor एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो Virtualization में बहुत उपयोगी है। इसका सही उपयोग आपके सिस्टम के संसाधनों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद करता है। अधिक जानकारी के लिए आप [VMware के वेबसाइट](https://www.vmware.com) को देख सकते हैं।

FAQs

Hypervisor एक सॉफ़्टवेयर है जो एक फिजिकल मशीन (Physical Machine) पर Virtual Machines (VMs) चलाने का काम करता है। यह वर्चुअलाइजेशन प्रोसेस के लिए आवश्यक होता है, जिससे हम एक ही सिस्टम पर विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम चला सकते हैं। Hypervisor ऑपरेटिंग सिस्टम और हार्डवेयर के बीच में काम करता है और वर्चुअल मशीनों को संसाधन प्रदान करता है।

Hypervisor मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं: Bare-Metal Hypervisor और Hosted Hypervisor। Bare-Metal Hypervisor फिजिकल हार्डवेयर पर सीधे इंस्टॉल होता है, जबकि Hosted Hypervisor एक ऑपरेटिंग सिस्टम के ऊपर चलता है। Bare-Metal Hypervisor बड़े सिस्टम्स में उपयोग किया जाता है, जबकि Hosted Hypervisor का इस्तेमाल छोटे और घरेलू उपयोग के लिए किया जाता है।

Bare-Metal Hypervisor एक Type 1 Hypervisor है, जो सीधे फिजिकल मशीन पर इंस्टॉल होता है। इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम की जरूरत नहीं होती, और यह हार्डवेयर से वर्चुअल मशीनों को सीधे नियंत्रित करता है। यह बहुत प्रभावी और स्टेबल होता है, और इसे ज्यादातर डेटा सेंटर और क्लाउड सर्विसेज़ में इस्तेमाल किया जाता है।

Hosted Hypervisor, Type 2 Hypervisor होता है, जो एक पहले से इंस्टॉल किए गए ऑपरेटिंग सिस्टम के ऊपर चलता है। इसमें, Hypervisor एक ऑपरेटिंग सिस्टम के माध्यम से वर्चुअल मशीनों को नियंत्रित करता है। यह छोटे स्तर के उपयोग के लिए उपयुक्त होता है, जैसे कि व्यक्तिगत कंप्यूटरों पर।

Hypervisor और Virtual Machine Monitor (VMM) दोनों वर्चुअल मशीनों को नियंत्रित करते हैं, लेकिन Hypervisor एक बड़ा और विस्तृत टूल होता है जो बड़े सिस्टम्स के लिए उपयोगी होता है। जबकि VMM छोटे स्तर पर काम करता है और मुख्य रूप से छोटे कंप्यूटरों पर उपयोग होता है। Hypervisor की भूमिका और नियंत्रण वर्चुअलाइजेशन में अधिक होती है।

Hypervisor के प्रमुख फायदे हैं: यह संसाधनों का अधिकतम उपयोग करता है, विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम्स को एक साथ चलाने की सुविधा प्रदान करता है, और सुरक्षा और आइसोलेशन में वृद्धि करता है। Hypervisor के माध्यम से, एक सिस्टम पर कई वर्चुअल मशीनें चल सकती हैं, जिससे दक्षता में सुधार होता है और कम लागत में अधिक संसाधन मिलते हैं।

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