Wired Media in Hindi
RGPV University / DIPLOMA_CSE / COMPUTER NETWORK
Wired Media in Hindi
Wired Media in Hindi
वायर्ड मीडिया, जिसे गाइडेड मीडिया भी कहा जाता है, वह ट्रांसमिशन माध्यम है जिसमें डेटा को एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस तक भौतिक माध्यम जैसे केबल के माध्यम से भेजा जाता है। यह माध्यम डेटा को एक निर्दिष्ट पथ पर निर्देशित करता है, जिससे सिग्नल की गुणवत्ता और सुरक्षा बढ़ती है।
Types of Wired Media
- Twisted Pair Cable: यह दो इंसुलेटेड कॉपर तारों से बनी होती है, जिन्हें एक-दूसरे के चारों ओर लपेटा जाता है। यह इंटरफेरेंस को कम करने में मदद करता है। यह केबल टेलीफोन नेटवर्क और लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) में व्यापक रूप से उपयोग होती है।
- Coaxial Cable: इस केबल में एक केंद्रीय कंडक्टर होता है, जो इंसुलेशन, धातु की शील्डिंग और बाहरी जैकेट से घिरा होता है। यह केबल केबल टेलीविजन नेटवर्क, डिजिटल टेलीफोन नेटवर्क और ईथरनेट LANs में उपयोग होती है।
- Fiber Optic Cable: यह केबल ग्लास या प्लास्टिक फाइबर से बनी होती है और डेटा को प्रकाश सिग्नलों के रूप में ट्रांसमिट करती है। यह उच्च बैंडविड्थ और लंबी दूरी की ट्रांसमिशन के लिए उपयुक्त होती है।
Features of Wired Media
- High Speed: वायर्ड मीडिया उच्च गति से डेटा ट्रांसमिट करने में सक्षम है, विशेषकर फाइबर ऑप्टिक केबल के माध्यम से।
- Reliability: भौतिक कनेक्शन के कारण, वायर्ड मीडिया में डेटा लॉस और इंटरफेरेंस की संभावना कम होती है।
- Security: वायर्ड नेटवर्क में डेटा की सुरक्षा अधिक होती है क्योंकि डेटा भौतिक केबल के माध्यम से ट्रांसमिट होता है, जिसे टैप करना कठिन होता है।
Advantages of Wired Media
- Stable Connection: वायर्ड कनेक्शन स्थिर और विश्वसनीय होते हैं, जो नेटवर्क की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं।
- Cost-Effective: ट्विस्टेड पेयर और कोएक्सियल केबल्स की लागत कम होती है, जिससे वे बजट-अनुकूल होते हैं।
- Less Interference: वायर्ड मीडिया में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेरेंस कम होता है, जिससे सिग्नल की गुणवत्ता बनी रहती है।
Disadvantages of Wired Media
- Limited Mobility: वायर्ड नेटवर्क में उपकरणों की गतिशीलता सीमित होती है, क्योंकि वे केबल से जुड़े होते हैं।
- Installation Complexity: केबल्स की स्थापना और रखरखाव जटिल और समय-साध्य हो सकता है।
- Scalability Issues: नए उपकरण जोड़ने के लिए अतिरिक्त केबलिंग की आवश्यकता होती है, जो नेटवर्क के विस्तार को कठिन बना सकता है।
Types of Wired Media in Hindi
वायर्ड मीडिया, जिसे गाइडेड मीडिया भी कहा जाता है, वह माध्यम है जिसमें डेटा को भौतिक केबलों के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान तक स्थानांतरित किया जाता है। मुख्य वायर्ड मीडिया के प्रकार निम्नलिखित हैं:
1. Twisted Pair Cable
यह दो इंसुलेटेड कॉपर तारों से बनी होती है, जिन्हें एक-दूसरे के चारों ओर लपेटा जाता है। यह इंटरफेरेंस को कम करने में मदद करता है। Twisted Pair Cable के दो मुख्य प्रकार हैं:
- Unshielded Twisted Pair (UTP): इसमें कोई अतिरिक्त शील्डिंग नहीं होती, यह कम लागत और आसानी से उपलब्ध होती है।
- Shielded Twisted Pair (STP): इसमें अतिरिक्त शील्डिंग होती है, जो इंटरफेरेंस को और कम करती है, लेकिन यह महंगी होती है।
2. Coaxial Cable
इस केबल में एक केंद्रीय कंडक्टर होता है, जो इंसुलेशन, धातु की शील्डिंग और बाहरी जैकेट से घिरा होता है। यह उच्च बैंडविड्थ और लंबी दूरी की ट्रांसमिशन के लिए उपयुक्त होती है। Coaxial Cable का उपयोग केबल टेलीविजन नेटवर्क, डिजिटल टेलीफोन नेटवर्क और ईथरनेट LANs में किया जाता है।
3. Fiber Optic Cable
यह केबल ग्लास या प्लास्टिक फाइबर से बनी होती है और डेटा को प्रकाश सिग्नलों के रूप में ट्रांसमिट करती है। यह उच्च बैंडविड्थ और लंबी दूरी की ट्रांसमिशन के लिए उपयुक्त होती है। Fiber Optic Cable के दो मुख्य प्रकार हैं:
- Single-mode: इसमें पतला कोर होता है और यह लंबी दूरी और उच्च डेटा दरों के लिए उपयुक्त होती है।
- Multimode: इसमें मोटा कोर होता है और यह छोटी दूरी और कम डेटा दरों के लिए उपयुक्त होती है।
Features of Wired Media in Hindi
वायर्ड मीडिया, जिसे गाइडेड मीडिया भी कहा जाता है, वह माध्यम है जिसमें डेटा को भौतिक केबलों के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान तक स्थानांतरित किया जाता है। इसकी मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1. उच्च बैंडविड्थ
वायर्ड मीडिया, विशेषकर फाइबर ऑप्टिक केबल, उच्च बैंडविड्थ प्रदान करता है, जिससे बड़ी मात्रा में डेटा तेजी से ट्रांसमिट किया जा सकता है।
2. विश्वसनीयता
भौतिक कनेक्शन के कारण, वायर्ड मीडिया में डेटा लॉस और इंटरफेरेंस की संभावना कम होती है, जिससे यह अधिक विश्वसनीय होता है।
3. सुरक्षा
वायर्ड नेटवर्क में डेटा की सुरक्षा अधिक होती है क्योंकि डेटा भौतिक केबल के माध्यम से ट्रांसमिट होता है, जिसे टैप करना कठिन होता है।
4. स्थिरता
वायर्ड कनेक्शन स्थिर और निरंतर होते हैं, जिससे नेटवर्क की गुणवत्ता बनी रहती है और कनेक्शन ड्रॉप की संभावना कम होती है।
5. कम विलंब (Latency)
वायर्ड मीडिया में विलंब कम होता है, जिससे डेटा तेजी से गंतव्य तक पहुंचता है, जो रियल-टाइम एप्लिकेशन के लिए महत्वपूर्ण है।
6. कम इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेरेंस
वायर्ड मीडिया, विशेषकर शील्डेड केबल्स, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेरेंस को कम करते हैं, जिससे सिग्नल की गुणवत्ता बनी रहती है।
7. लंबी दूरी की ट्रांसमिशन
फाइबर ऑप्टिक केबल जैसी वायर्ड मीडिया लंबी दूरी तक डेटा ट्रांसमिट करने में सक्षम होती है, जिससे दूरस्थ स्थानों के बीच संचार संभव होता है।
Advantages of Wired Media in Hindi
वायर्ड मीडिया, जिसे गाइडेड मीडिया भी कहा जाता है, डेटा ट्रांसमिशन के लिए भौतिक केबलों का उपयोग करता है। इसके प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
1. उच्च डेटा गति
वायर्ड नेटवर्क्स तेज़ डेटा गति प्रदान करते हैं, जिससे बड़ी मात्रा में डेटा को तेजी से ट्रांसमिट किया जा सकता है। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जब नेटवर्क में भारी ट्रैफ़िक होता है।
2. विश्वसनीयता
वायर्ड कनेक्शनों में सिग्नल की गुणवत्ता स्थिर रहती है, जिससे डेटा ट्रांसमिशन में कम त्रुटियाँ होती हैं। यह नेटवर्क की विश्वसनीयता को बढ़ाता है।
3. सुरक्षा
वायर्ड नेटवर्क्स में डेटा भौतिक केबलों के माध्यम से ट्रांसमिट होता है, जिससे अनधिकृत पहुँच की संभावना कम होती है। यह डेटा की सुरक्षा को बढ़ाता है।
4. कम विलंब (Latency)
वायर्ड कनेक्शनों में विलंब कम होता है, जिससे रियल-टाइम एप्लिकेशन, जैसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और ऑनलाइन गेमिंग, में बेहतर प्रदर्शन मिलता है।
5. कम इंटरफेरेंस
वायर्ड मीडिया बाहरी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेरेंस से कम प्रभावित होता है, जिससे सिग्नल की गुणवत्ता बनी रहती है।
6. लागत-प्रभावी
वायर्ड नेटवर्क्स की स्थापना और रखरखाव की लागत कम होती है, विशेषकर जब बड़े पैमाने पर नेटवर्क स्थापित किए जाते हैं।
7. लंबी दूरी की ट्रांसमिशन
फाइबर ऑप्टिक केबल जैसी वायर्ड मीडिया लंबी दूरी तक डेटा ट्रांसमिट करने में सक्षम होती है, जिससे दूरस्थ स्थानों के बीच संचार संभव होता है।
Disadvantages of Wired Media in Hindi
वायर्ड मीडिया, जिसे गाइडेड मीडिया भी कहा जाता है, डेटा ट्रांसमिशन के लिए भौतिक केबलों का उपयोग करता है। इसके कुछ प्रमुख नुकसान निम्नलिखित हैं:
1. सीमित गतिशीलता
वायर्ड नेटवर्क में, डिवाइस को नेटवर्क से जोड़ने के लिए केबल की आवश्यकता होती है, जिससे उपयोगकर्ताओं की गतिशीलता सीमित हो जाती है। यह विशेष रूप से उन स्थानों में असुविधाजनक हो सकता है जहां पोर्टेबिलिटी आवश्यक है।
2. स्थापना की जटिलता
वायर्ड नेटवर्क की स्थापना में केबल बिछाने, दीवारों में ड्रिलिंग करने और उचित कनेक्शन सुनिश्चित करने की आवश्यकता होती है, जो समय-साध्य और महंगा हो सकता है। बड़े क्षेत्रों में यह प्रक्रिया और भी जटिल हो सकती है।
3. उच्च लागत
वायर्ड मीडिया की स्थापना और रखरखाव की लागत अधिक हो सकती है, विशेषकर जब बड़े पैमाने पर नेटवर्क स्थापित किए जाते हैं। केबल, स्विच और अन्य हार्डवेयर की लागत इसमें शामिल होती है।
4. सीमित स्केलेबिलिटी
वायर्ड नेटवर्क में नए डिवाइस जोड़ना कठिन हो सकता है क्योंकि इसके लिए नए केबल बिछाने और मौजूदा नेटवर्क संरचना में बदलाव करने की आवश्यकता होती है। यह प्रक्रिया समय लेने वाली और महंगी हो सकती है।
5. भौतिक क्षति की संभावना
वायर्ड नेटवर्क में उपयोग किए जाने वाले केबल भौतिक क्षति के प्रति संवेदनशील होते हैं। केबल कटने, मुड़ने या अन्य तरीकों से क्षतिग्रस्त होने पर नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रभावित हो सकती है।
6. सौंदर्य और स्थान की समस्याएं
केबलों की उपस्थिति से स्थान की सौंदर्यता प्रभावित हो सकती है, और बड़े पैमाने पर केबल प्रबंधन करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यह विशेष रूप से कार्यालयों और घरों में महत्वपूर्ण हो सकता है जहां स्वच्छ और व्यवस्थित वातावरण आवश्यक है।