classification of projects in hindi
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Classification of Projects in Hindi
किसी भी प्रोजेक्ट को सही तरीके से समझने और उसे मैनेज करने के लिए उसका सही क्लासिफिकेशन जरूरी होता है। प्रोजेक्ट्स को अलग-अलग कैटेगरी में बांटने से उनकी प्लानिंग, एग्जीक्यूशन और कंट्रोल आसान हो जाता है। यह क्लासिफिकेशन प्रोजेक्ट्स की नेचर, स्कोप, साइज और इंडस्ट्री के आधार पर किया जाता है। इस ब्लॉग में हम प्रोजेक्ट्स के विभिन्न प्रकारों को विस्तार से समझेंगे और उनके उपयोग को जानेंगे। अगर आप प्रोजेक्ट मैनेजमेंट से जुड़े हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद फायदेमंद होगी।
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Classification of Projects in Hindi
जब भी हम किसी प्रोजेक्ट को हैंडल करते हैं, तो सबसे पहले हमें यह समझना जरूरी होता है कि वह किस प्रकार का है। सही क्लासिफिकेशन (Classification) से हमें प्रोजेक्ट को मैनेज करने, उसकी स्ट्रैटेजी बनाने और सही रिसोर्सेज (Resources) को अलॉट करने में मदद मिलती है। अगर प्रोजेक्ट को गलत तरीके से क्लासिफाई किया जाए, तो न केवल समय और पैसा बर्बाद होता है, बल्कि फाइनल रिजल्ट भी उम्मीद के मुताबिक नहीं आता। इस ब्लॉग में हम प्रोजेक्ट्स को अलग-अलग कैटेगरी में क्लासिफाई करेंगे और समझेंगे कि किस प्रकार का प्रोजेक्ट किस इंडस्ट्री या सिचुएशन में सही बैठता है। अगर आप स्टूडेंट हैं या प्रोफेशनल, यह जानकारी आपके लिए काफी फायदेमंद होगी!
Based on Size
प्रोजेक्ट्स को उनके साइज (Size) के आधार पर तीन भागों में बांटा जा सकता है – Small, Medium, और Large। Small Projects वे होते हैं जिनमें कम रिसोर्सेज, कम बजट और सीमित टाइमलाइन होती है, जैसे एक छोटे बिजनेस के लिए वेबसाइट बनाना। Medium Projects में ज्यादा रिसोर्सेज और बजट की जरूरत होती है, जैसे किसी कंपनी का मोबाइल ऐप डेवेलपमेंट। Large Projects हाई-लेवल प्लानिंग और मैनेजमेंट की मांग करते हैं, जैसे एयरपोर्ट कंस्ट्रक्शन या रेलवे प्रोजेक्ट।
Based on Nature
प्रोजेक्ट्स की नेचर के आधार पर इन्हें तीन भागों में बांटा जाता है: Research Projects – ये प्रोजेक्ट किसी नई खोज या रिसर्च (Research) पर आधारित होते हैं, जैसे मेडिकल साइंस में नई दवा विकसित करना। Development Projects – ये प्रोजेक्ट किसी नई टेक्नोलॉजी, सॉफ्टवेयर, या इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) को डेवेलप करने से जुड़े होते हैं, जैसे नया ब्रिज बनाना। Service Projects – ये प्रोजेक्ट किसी विशेष सर्विस (Service) को बेहतर बनाने के लिए होते हैं, जैसे किसी कंपनी की कस्टमर सपोर्ट सर्विस को इंप्रूव करना।
Based on Industry
इंडस्ट्री के आधार पर प्रोजेक्ट्स को विभिन्न कैटेगरी में रखा जाता है, जैसे:
- IT Projects – सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, वेबसाइट डिजाइनिंग, नेटवर्क सिक्योरिटी आदि।
- Construction Projects – बिल्डिंग, ब्रिज, रोड और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स।
- Manufacturing Projects – नई फैक्ट्री लगाना, नए प्रोडक्ट का निर्माण करना।
- Healthcare Projects – हॉस्पिटल बनाना, मेडिकल रिसर्च करना।
- Education Projects – नए स्कूल या यूनिवर्सिटी खोलना, नए एजुकेशनल ऐप डेवेलप करना।
Based on Technology
टेक्नोलॉजी के आधार पर प्रोजेक्ट्स को निम्नलिखित कैटेगरी में बांटा जाता है: Traditional Technology Projects – ये पुराने और पारंपरिक तकनीकों पर आधारित होते हैं, जैसे ब्रिक-एंड-मोर्टार कंस्ट्रक्शन। Modern Technology Projects – ये एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (Advanced Technology) का उपयोग करते हैं, जैसे AI (Artificial Intelligence) और Blockchain पर आधारित प्रोजेक्ट्स। Green Technology Projects – पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए बनाए गए प्रोजेक्ट्स, जैसे सोलर एनर्जी प्लांट्स।